हैदरपोरा एनकाउंटर की होगी मजिस्ट्रियल जांच, एलजी मनोज सिन्हा ने अधिकारियों को दिया निर्देश

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हैदरपोरा मुठभेड़ की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। बता दें कि इस पूरे मामले की जांच एडीएम रैंक के अधिकारी करेंगे। एलजी मनोज सिन्हा ने कहा है कि समयबद्ध तरीके से रिपोर्ट मिलते ही सरकार इस मामले में उचित कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन निर्दोष नागरिकों के जीवन की रक्षा करने की प्रतिबद्धता दोहराता है और यह सुनिश्चित करेगा कि किसी के साथ कोई अन्याय ना हो। बता दें कि इससे पहले मुठभेड़ में मारे गए दो नागरिकों अल्ताफ भट और मुदासिर गुल के परिजनों ने निर्दोषों की हत्या का आरोप लगाकर बुधवार को श्रीनगर में प्रदर्शन करके शव सौंपने की मांग उठाई थी। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने दिन में प्रदर्शन के बाद शाम को कैंडिल मार्च निकाला था। हालांकि पुलिस ने देर रात प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया था। बता दें कि रामबन में अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट ने संगलदान और मोहम्मद आमिर के गांव के आसपास धारा 144 लागू कर दी है। क्षेत्र में पांच से उससे अधिक लोगों के एकत्रित होने पर पाबंदी रहेगी दरअसल बीते बुधवार को श्रीनगर प्रेस एन्क्लेव में विरोध प्रदर्शन में परिवार वालों ने आरोप लगाया था कि मारे गए नागरिक आतंकी या उनके मददगार नहीं थे। अल्ताफ भट के भाई अब्दुल मजीद ने एलजी मनोज सिन्हा से आग्रह किया था कि वह घटना की जांच कराये।पुलिस का दावा है कि हैदरपोरा में चार लोग मारे गए थे। जिसमें एक पाकिस्तानी आतंकवादी बिलाल और उसके स्थानीय सहयोगी मोहम्मद आमिर के साथ दो नागरिक अल्ताफ भट और मुदासिर गुल शामिल हैं। अल्ताफ उस मकान का मालिक है, जिसमें अवैध रूप से काल सेंटर चलाया जा रहा था। जो दरअसल एक आतंकी ठिकाना था। इसके अलावा मुदासिर उस कॉल सेंटर का संचालक था। उसने ही रविवार को डाउन टाउन हमले के बाद अपनी कार में पाकिस्तानी आतंकी को पनाहगाह तक पहुंचाया था।