"2018 के बाद जम्मू कश्मीर में घुसपैठ और आतंकी वारदातों में आयी भारी कमी" - गृहमंत्रालय
   01-दिसंबर-2021

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जम्मू कश्मीर में 2018 के बाद आतंकवाद से जुड़ी घटनाओं में जोरदार गिरावट दर्ज की गयी है। गृह मंत्रालय ने साल 2018 से लेकर नवंबर 2021 तक के आंकड़े जारी किए हैं। राज्य सभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि 2018 के बाद से जम्मू कश्मीर में आतंकी घुसपैठ और अन्य आतंकी वारदातों में भारी कमी आयी है।
 

2018 में जम्मू कश्मीर में अनुमानित घुसपैठ का आंकड़ा 143 था। जोकि 2019 में 141 हुआ, तो 2020 में घटकर 51 दर्ज किया गया। जबकि इस साल 2021 के पहले 11 महीनों में 28 आतंकियों द्वारा घुसपैठ में मामले सामने आए हैं। यानि 2018 कि तुलना में घुसपैठ में 80% की कमी आयी है।
 
वहीं आतंकी हमले और अन्य वारदातों का आंकड़ा 2018 में 417 था, जो 2019 में 255 हुआ। 2020 में ये आंकड़ा 244 दर्ज किया गया, जबकि मौजूदा साल में 200 आतंकी घटनाएं हुई हैं।
 
पिछले एक साल में दर्ज की गयी आतंकी घटनाओं का प्रति माह आंकड़ा नीचे दिया गया है।
 


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गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर 2020 से अक्टूबर 2021 के बीच कुल 51 जवानों ने जान का बलिदान दिया। जिसमें 32 जवानों सुरक्षाबलों से थे, जबकि अन्य 19 जम्मू कश्मीर पुलिस के जवानों ने प्राणों की आहुति देकर देश की रक्षा की।
 
आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई में नवंबर 2020 से नवंबर 2021 के बीच कुल 14 आतंकी गिरफ्तार किये गए, जबकि एनकाउंटर में 165 आतंकी मारे गए।
 

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