
केंद्र सरकार ने ट्विटर से किसानों के विरोध प्रदर्शनों के बारे में गलत सूचना और भड़काऊ सामग्री फैलाने वाले 1178 पाकिस्तानी-खालिस्तानी अकाउंट को हटाने के लिए कहा है। हालांकि ट्विटर ने अभी तक सभी अकाउंट्स को हटाया नहीं है। इन अकाउंट्स को सुरक्षा एजेंसियों ने खालिस्तान समर्थकों, पाकिस्तान से समर्थित और विदेश से ऑपरेट होने वाले हैंडल्स के तौर पर चिन्हित किया था। जिसके बाद सरकार ने ट्विटर से इन हैंडल्स को हटाने को कहा था। ये हैंडल्स किसान आंदोलन की आड़ में भारत में सामाजिक और कानून व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने के लिए काम कर रहे थे। सरकार ने कहा है कि इन अकाउंट्स में से बहुत से अकाउंट्स ऑटोमेटेड बॉट्स थे जो आंदोलन से जुड़ी भ्रामक और भड़काऊ सामग्री तेजी से फैला रहे थे।
बता दें कि अभी हाल ही में सरकार ने 250 अकाउंट को ब्लॉक करने के लिए कहा था। इन अकाउंट के जरिए गलत सूचना फैलाने के साथ ही 'किसान नरसंहार' जैसे हैशटैग का इस्तेमाल किया गया था। जानकारी के मुताबिक नई सूची में खालिस्तान के प्रति सहानुभूति रखने वाले और पाकिस्तान लिंक वाले अकाउंट शामिल हैं। सरकार ने इन अकाउंट को ब्लॉक करने का निर्देश इसलिए दिया है कि देश में चल रहे किसानों के विरोध के बीच लोगों के लिए यह गलत जानकारी खतरा बन सकती है।
इस बीच ट्विटर ने भी एक बयान जारी कर इन अकाउंट्स को ब्लॉक न करने का तर्क देते हुए फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन का हवाला दिया है। साफ है कि ऐसी स्थिति में सरकार और ट्विटर के बीच टकराव की स्थिति बन सकती है।
भड़काऊ साम्रगी के प्रचार और देशविरोधी ताकतों पर कार्रवाई न करने की स्थिति में सोशल मीडिया पर लगातार ट्विटर पर कानूनन दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग भी उठती रही है। जैसे कि टिक-टॉक समेत चायनीज़ ऐप्स को बंद करने के लिए की गयी।
हाल ही में सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने ट्विटर को लगभग 250 ट्विटर अकाउंट ब्लॉक करने का निर्देश दिया था, जो गलत सूचना फैला रहे थे और आपत्तिजनक हैशटैग का इस्तेमाल कर रहे थे। कुछ घंटों के लिए इन अकाउंट को ब्लॉक करने के बाद, ट्विटर ने उन्हें फिर अनब्लॉक कर दिया था। सरकार ने कहा है कि ट्विटर 'सरकार के निर्देशों' का पालन करने के लिए बाध्य है और ऐसा करने से इनकार करने पर उसके खिलाफ अधिनियम की धारा 69 ए के तहत 'दंडात्मक कार्रवाई' की जा सकती है।
इस बीच ट्विटर इंडिया की सार्वजनिक नीति प्रमुख महिमा कौल ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।