शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा के नाम से जाना जाएगा हंदवाड़ा का आर्मी गुडविल स्कूल

जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा के बडकोट में आर्मी गुडविल स्कूल का नाम बदलकर शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा के नाम पर रखा गया है। सेना की ओर से आयोजित समारोह में शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा की पत्नी पल्लवी आशुतोष शर्मा ने वीडियो स्ट्रीमिंग के माध्यम से भाग लिया। इस कार्यक्रम में सेना, पुलिस, नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और आर्मी गुडविल स्कूल, बडकोट के कई छात्रों ने भाग लिया। 15 कोर के जीओसी, लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने कहा कि अप्रैल 2004 में स्थापना के बाद से आर्मी गुडविल स्कूल बडकोट ना केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करके बल्कि अपने छात्रों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करके उत्तरी कश्मीर में एक प्रमुख शैक्षणिक संस्थान के रूप में उभरा है। आर्मी गुडविल स्कूल के उत्थान और स्थानीय लोगों की भलाई के लिए कर्नल आशुतोष शर्मा के अपार योगदान के कारण वह छात्रों और उत्तरी कश्मीर के लोगों के लिए प्रेरणा के स्रोत बने रहेंगे। कार्यक्रम के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा की वीरता की सराहना की। वहीं सभी को कश्मीर में सामान्य स्थिति लाने के लिए जारी प्रयासों में जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रोत्साहित किया। गौरतलब है कि 2 मई 2020 को कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में कर्नल आशुतोष शर्मा और एक मेजर समेत पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे। हंदवाड़ा के चंजी मोहल्ला इलाके में हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादी भी मारे गए थे। दरअसल इस ऑपरेशन के दौरान आतंकी एक घर में मौजूद थे और उस घर में रहने वाले लोगों को बंधक भी बना रखा था। जिसके बाद शाम करीब 3 बजकर 30 मिनट पर कर्नल शर्मा के नेतृत्व में एक टीम ने घर में घुसकर बंधक बनाए गए लोगों को बचाने में सफलता पाई थी। हालांकि इस दौरान आतंकियों की ओर से लगातार फायरिंग हो रही थी। बारिश और अंधेरे के कारण ऑपरेशन को कुछ समय के लिए रोक दिया गया था। इसी दौरान भागने की कोशिश कर रहे दो आतंकियों को सेना ने मार गिराया था। हालांकि इस ऑपरेशन में सीओ 21-आरआर कर्नल आशुतोष शर्मा, मेजर अनुज सूद, पुलिस सब इंस्पेक्टर शकील काजी, एक लांस नायक और एक राइफलमैन सहित मूल टीम के सभी पांच सदस्य शहीद हुए थे। इस ऑपरेशन में सेना की 21 आरआर, सीआरपीएफ और एसओजी की संयुक्त टीम शामिल थी।