पेगासस पर बवाल के बीच पाकिस्तान ने छेड़ा नया राग, कहा – “भारत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का भी फोन किया हैक”

20 Jul 2021 22:10:16

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भारत में इन दिनों इजरायल की साइबर सुरक्षा कंपनी एनएसओ के स्पाईवेयर पेगासस को लेकर बवाल मचा हुआ है। भारत में इसके जरिए कई पत्रकारों और चर्चित हस्तियों के फोन की जासूसी करने का दावा किया जा रहा है। हालांकि इन दावों में कितनी सच्चाई है, यह अभी तक सामने नहीं आया है। वहीं इन दावों के बीच पाकिस्तान ने भी अपना एक अलग राग अलापना शुरू कर दिया है। दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के फोन की भी इस इजरायली सॉफ्टवेयर के जरिए कथित तौर पर जासूसी की गई है। वहीं पाकिस्तान ने यह भी कहा है कि वह इस मुद्दे को बड़े मंच पर उठाएगा। लेकिन अहम बात यह है कि पाकिस्तान के लिए खुद में यह शर्मिंदगी भरी बात है कि उनके प्रधानमंत्री का नंबर हैक कैसे हो गया है। राष्ट्रीय सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक कैसे हुई है।



पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने इमरान खान के फोन की जासूसी को लेकर पाकिस्तानी डॉन न्यूज से बातचीत में कहा है कि हम भारत द्वारा हैकिंग के ब्यौरे का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक बार डीटेल पता होने के बाद इस मुद्दे को उचित मंचों पर उठाया जाएगा। इससे पहले एक ट्वीट में फवाद  चौधरी ने उन रिपोर्टों पर चिंता व्यक्त की थी, जिसमें कठित तौर पर कहा गया था कि भारत सरकार ने कथित रूप से पत्रकारों और राजनीतिक विरोधियों की जासूसी करने के लिए इजरायल के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया है। बता दें कि पेगासस जासूसी मामले के सामने आने के बाद भारत में सियासी तूफान खड़ा हो गया है। विपक्ष ने संसद में इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी की है। हालांकि 2019 में इस मुद्दे के उठने के बाद भारत सरकार ने पेगासस सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से इनकार किया था और अब भी केंद्र सरकार ने इस रिपोर्ट की टाइमिंग को लेकर सवाल खड़े किए हैं।


बता दें कि दावा जा रहा है कि पेगासस के जरिए भारत में 300 से ज्यादा लोगों की जासूसी हो रही है। इस लिस्ट में कई पत्रकार और नेता शामिल हैं। लेकिन अब कहा जा रहा है कि बीजेपी सरकार के कुछ मंत्रियों की भी जासूसी की जा रही है। हालांकि बीजेपी ने सारे आरोपों को खारिज कर दिया था। लेकिन अब केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल का नाम भी पेगासस वाली लिस्ट में होने की बात कही जा रही है। प्रहलाद सिंह पटेल ने पेगासस लिस्ट में नाम सामने आने के बाद कहा कि सरकार ही ऐसे मामलों पर कार्रवाई करती है। आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव और उनकी पार्टी ने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस वजह से वो समझते हैं कि उन्हें अब टिप्पणी करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि मुझे कभी नहीं लगा कि सरकार मेरी जासूसी कर रही है। मैं इतना बड़ा आदमी नहीं हूं। मुझे विश्वास है कि मेरी सरकार इस तरह की गतिविधियों में शामिल नहीं होगी। मुझे लगता है कि विपक्ष को चर्चा करना चाहिए और संसद को चलने देना चाहिए।
 

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