
आतंक और अलगाववादियों का कभी गढ़ माना जाने वाला बारामूला चौक अब ''बिंदास चौक'' के नाम से जाना जायेगा। क्रिरी मुठभेड़ के दौरान अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुए 3 पाकिस्तानी आतंकियों को मौत के घाट उतारने वाले J&K पुलिस के कांस्टेबल बलिदानी मुदस्सिर अहमद शेख के नाम पर बारामूला चौक का नाम बदलकर 'बिंदास चौक' कर दिया गया है। बारामूला चौराहे के बीचों बिच अमर बलिदानी मुदस्सिर अहमद उर्फ 'बिंदास' की प्रतिमा लगाई गई है जो यहाँ आने जाने वाले हरेक इन्सान को उनकी वीरता की याद दिलाएगी। बलिदानी मुदस्सिर अहमद वही हैं, जिन्होंने 25 मई को क्रिरी के नाजीबट इलाके में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के 3 पाकिस्तानी आतंकियों को ढेर कर देश की सुरक्षा के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया था।
चौक पर लगी प्रतिमा का हुआ अनावरण
पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह, ADGP विजय कुमार और बलिदानी मुदस्सिर अहमद के पिता व भाई की मौजूदगी में बारामुला चौक का नाम 'बिंदास चौक' रखा गया। इस दौरान चौक पर लगी बलिदानी मुदस्सिर की प्रतिमा का भी अनावरण किया गया। बता दें कि नियंत्रण रेखा से सटे उरी के रहने वाले मुदस्सिर अहमद शेख के पिता भी पुलिस में ही थे। मुदस्सिर को सिविल विभाग में नौकरी मिली थी, लेकिन उन्होंने उसे छोड़कर पु़लिस में SPO बनना बेहतर समझा।
आतंकियों के लिए काल थे मुदस्सिर शेख
मुदस्सिर के परिजन बताते हैं कि मुदस्सर शेख आतंक को कश्मीरियों का सबसे बड़ा दुश्मन मानते थे। लिहाजा इसीलिए उन्होंने जम्मू-कश्मीर पुलिस के आतंकरोधी दस्ते में स्वेच्छा से शामिल हो गए। बलिदानी मुदस्सिर अहमद बारामूला में होने वाले किसी भी आतंकरोधी अभियान में सबसे आगे रहते थे। इसी वर्ष की शुरुआत में जब TrF के आतंकियों ने बारामूला में ग्रेनेड हमला किया था तो वारदात की गुत्थी सुलझाने से लेकर आतंकियों को उनकी पनाहगाह से पकड़ने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
पिता और भाई ने सरकार का जताया आभार
बारामूला चौराहा 'बलिदानी 'मुदस्सिर' को समर्पित किए जाने पर बलिदानी मुदस्सिर के पिता मकबूल शेख और उनके छोटे भाई बासित ने सरकार का आभार जताया है। बलिदानी मुदस्सिर के छोटे भाई बासित ने प्रतिमा के अनावरण के मौके पर कहा कि मेरे भाई की यह प्रतिमा हम सभी को उसकी याद दिलाएगी और उसके मिशन को पूरा करने के लिए हम सभी के दिलों में जज्बा जगाएगी। मुदस्सिर अपने अधिकारियों के बीच बिंदास के नाम से बेहद लोकप्रिय थे। इस मौके पर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि 'मुदस्सिर अहमद शेख कश्मीर के युवाओं का आदर्श है। उसकी बहादुरी, राष्ट्रभक्ति और सहृदयता के चर्चे आज भी यहां आम लोगों के बीच होते हैं। वह हमेशा याद रहेंगे'।