श्री अमरनाथ तीर्थ यात्रा के लिए अब तक कुल 33, हजार 795 तीर्थयात्रियों ने पंजीकरण कराया है। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अधिकारियों ने रविवार को इस बात की जानकारी दी। श्रद्धालु इस तीर्थयात्रा के लिए निर्धारित बैंक शाखाओं से परमिट पाने की कवायद में जुटे हैं। देश में पंजाब नेशनल बैंक, जम्मू कश्मीर बैंक, यस बैंक की 446 शाखाओं में पंजीकरण किया जा रहा है।
वहीं जम्मू कश्मीर में बैंकों की 16 शाखाओं में पंजीकरण किया जा रहा है, जिसमें डोडा जिला में जम्मू कश्मीर बैंक की पुल डोडा शाखा, जम्मू जिला में अखनूर में पंजाब नेशनल बैंक, रिहाड़ी जम्मू में पंजाब नेशनल बैंक, बक्शी नगर में जम्मू कश्मीर बैंक, गांधीनगर में जम्मू कश्मीर बैंक, टीआरसी जम्मू में जम्मू कश्मीर बैंक, कठुआ में कॉलेज रोड पर पंजाब नेशनल बैंक शामिल हैं। 43 दिवसीय श्री अमरनाथ यात्रा कोरोना महामारी के कारण पिछले 2 वर्षों से बाधित थी, जिसे अब स्थिति में सुधार होने के बाद से 30 जून से शुरू किया जा रहा है।
एसएएसबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने PTI को दी जानकारी
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नितीश्वर कुमार ने पीटीआई से बातचीत में बताया कि, यात्रा के लिए शनिवार तक 33,795 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। तीर्थयात्रा के लिए व्यवस्था की निजी रूप से निगरानी कर रहे कुमार ने कहा कि 22 हजार 229 श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन माध्यम से तथा 11 हजार 566 श्रद्धालुओं ने ऑफलाइन माध्यम (बैंकों) से यात्रा के लिए अपना पंजीकरण कराया है।
यात्रा के दौरान 'रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन के तहत होगी निगरानी
जम्मू कश्मीर सरकार इस वर्ष तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा और सहूलियत के लिए रास्ते में उनकी गतिविधि पर नजर रखने के लिए 'रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन’ यानी आरएफआईडी प्रणाली की भी शुरुआत कर रही है। वहीं आपको बता दें कि वार्षिक तीर्थयात्रा का प्रबंधन करने वाले एसएएसबी ने तीर्थयात्रियों के पंजीकरण के लिए देशभर में 566 बैंक शाखाओं को निर्धारित किया है। इसके आलावा श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर भी यात्रियों के पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध है।
इन लोगों को यात्रा की नहीं है अनुमति
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अनुसार, 13 वर्ष से कम या 75 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति और 6 सप्ताह से अधिक की गर्भवती महिलाएं पंजीकरण की पात्र नहीं हैं। अधिकारियों ने बताया कि तीर्थयात्रियों को आवेदन के लिए एसएएसबी द्वारा चयनित अस्पतालों से अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाणपत्र, 4 तस्वीरें और 120 रुपये का शुल्क देना होगा। उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने पिछले साल यात्रा के लिए पंजीकरण कराया था लेकिन यात्रा नहीं कर पाए थे, उन्हें केवल 20 रुपये का ही शुल्क देना होगा।
अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के कारण यात्रा को बीच में ही रोक दिया गया था
अधिकारियों ने कहा कि पंजीकरण और यात्रा परमिट ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर दिया जाएगा। गौरतलब है कि अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के कारण अमरनाथ यात्रा बीच में ही रोक दी गई थी जबकि कोरोना वायरस महामारी के कारण पिछले 2 वर्ष के दौरान केवल सांकेतिक यात्रा हुई है।