हम आतंकवाद के पारिस्थितिकी तंत्र को उसकी जड़ों से उखाड़ फेंकना चाहते हैं - LG मनोज सिन्हा
   20-अप्रैल-2022

LG Manoj Sinha
 
 
 
पिछले कुछ दिनों से जम्मू कश्मीर में लगातार हो रही आतंकी घटनाओं के बीच प्रदेश के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने बड़ा बयान दिया है. मनोज सिन्हा ने अपने एक बयान में आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले और प्रदेश में अशांति फ़ैलाने वालों को चेतावनी देते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार जम्मू-कश्मीर में शांति स्थापित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। प्रदेश में शांति स्थापित करने के लिए इसे पुरानी प्रथा के अनुसार खरीदा नहीं जाएगा, बल्कि स्थापित किया जाएगा।
 
 
आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सुरक्षाबलों को खुली छूट
 
उन्होंने आगे कहा कि पुलिस और सुरक्षाबलों को आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने की खुली छूट दी गई है। यही नहीं बल्कि आतंकियों के पारिस्थितिकी तंत्र को पूरी तरह से नेस्तनाबूत किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 24 अप्रैल को सांबा के पल्ली गांव में आयोजित होने वाली रैली के स्थान का दौरा करने के बाद मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए एलजी ने कहा कि सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का मुकाबला करने में बढ़त हासिल कर ली है, और केंद्र शासित प्रदेश में आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को नष्ट करने के लिए वो लगातार काम कर रहे हैं।
 
हम आतंकवाद के पारिस्थितिकी तंत्र को उसकी जड़ों से उखाड़ फेंकना चाहते हैं - LG
 
उप राज्यपाल से जब पत्रकारों ने आतंकवादियों द्वारा कश्मीर में चुनिंदा हत्याओं से भय का माहौल पैदा करने के बारे में पूछा तो इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, हमारे प्रशासन का इरादा बहुत स्पष्ट है कि शांति खरीदना नहीं बल्कि इसे स्थापित करना है। वह युग चला गया जब जम्मू-कश्मीर में शांति खरीदी जा रही थी। हम आतंकवाद के पारिस्थितिकी तंत्र को उसकी जड़ों से उखाड़ फेंकना चाहते हैं। इसमें समय लग सकता है लेकिन सरकार आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को नष्ट कर देगी।
 
इस तरह की घटनाओं से सचेत रहने की जरुरत - LG
 
उप राज्यपाल ने कहा कि आज सुरक्षा बलों का आतंकियों पर पकड़ मजबूत है। हमारे सुरक्षा बल उनकी रीढ़ तोड़ने में सफल रहे हैं। आतंकवादी हताशा में आसान लक्ष्य पर हमला कर रहे हैं, लेकिन इस पर ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने इस बात से आगाह करने की कोशिश कि भविष्य में भी इस तरह की घटनाएं हो सकती हैं, लेकिन हमें इसके लिए सचेत रहना है।