CBSE सिलेबस के इस्लामीकरण पर रोक ; 10वीं, 12वीं के सिलेबस से हटे मुगल और इस्लामी साम्राज्य के उदय जैसे विषय
   26-अप्रैल-2022

CBSE Syllabus
 
 
सेंट्रल बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन यानी CBSE ने सत्र 2022-23 के लिए पाठ्यक्रम को संशोधित किया है। CBSE के इस संशोधन के तहत तहत कक्षा 11 और 12वीं के राजनीति विज्ञान से अफ्रीकी-एशियाई क्षेत्रों में इस्लामी साम्राज्यों के उदय, मुगल दरबारों का इतिहास जैसे विषय को हटा दिया गया है।
 
 
पाकिस्तानी शायर फैज अहमद फैज कविताओं के अंश भी हटाए गए 
 
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक सीबीएसई ने 10वीं कक्षा के सामाजिक विज्ञान से पाकिस्तानी शायर फैज अहमद फैज की 2 उर्दू कविताओं के अनुवादों के अंश भी 'धर्म, सांप्रदायिकता और राजनीति - सांप्रदायिकता, धर्मनिरपेक्ष राज्य' खंड से हटा दिया है। साथ ही कक्षा 12 के इतिहास के पाठ्यक्रम से 'द मुगल कोर्ट: रीकंस्ट्रक्टिंग हिस्ट्रीज थ्रू क्रॉनिकल्स' को भी हटा दिया है। इसके आलावा लोकतंत्र और विविधिता के चेप्टर को भी सिलेबस से हटा दिया गया है।
 
 
पाठ्यक्रम को रिवाइस करना पाठ्यक्रम का एक हिस्सा - CBSE
 
CBSE के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस विषय पर ज्यादा जानकारी देते हुए PTI को बताया कि पाठ्यक्रम को रिवाइस करना पाठ्यक्रम का एक हिस्सा है। इसे एनसीईआरटी की सिफारिशों के अनुरूप संशोधित किया गया है। अधिकारी ने कहा, "स्टेक होल्डर्स की प्रतिक्रिया और अन्य मौजूदा स्थितियों को ध्यान में रखते हुए बोर्ड शैक्षणिक सत्र 2022-23 के अंत में सालाना असेसमेंट करने के पक्ष में है। यह पाठ्यक्रम भी उसी के अनुसार डिजाइन किया गया है।
 

कक्षा 11 वीं के इतिहास के पाठ्यक्रम में सेंट्रल इस्लामिक लैंड्स नहीं होगा शामिल 
 
पाठ्यक्रम में हुए इस संशोधन के बाद से अब CBSE कक्षा 11 वीं के इतिहास के पाठ्यक्रम में अब 'सेंट्रल इस्लामिक लैंड्स' अध्याय शामिल नहीं है। पिछले साल के पाठ्यक्रम के विवरण के अनुसार, इस अध्याय में अफ्रीकी-एशियाई क्षेत्रों में इस्लामी साम्राज्यों के उदय, उनकी अर्थव्यवस्था और समाज के बारे में बताया गया था।
 
इसके अलावा इसमें इस्लाम के उदय और साम्राज्य निर्माण जैसे बिंदुओं की भी जानकारी दी गई थी। वहीं सीबीएसई कक्षा 12 के इतिहास के पाठ्यक्रम ने 'द मुगल कोर्ट: रीकंस्ट्रक्टिंग हिस्ट्रीज थ्रू क्रॉनिकल्स' अध्याय को भी हटा दिया। इसमें मुगलों के सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक पुनर्निर्माण के बारे में बताया गया था।
 
 
सिलेबस में संशोधन को लेकर वर्ष 2020 में हुआ था बड़ा विवाद 
 
गौरतलब है कि इससे पहले भी जब वर्ष 2020 में सीबीएसई ने कक्षा 11वीं की राजनीति विज्ञान में बदलाव करने की बात कही थी तो उस समय बड़ा विवाद हो गया था। जब सीबीएसई ने कहा था कि 11वीं कक्षा की राजनीति विज्ञान की किताब में शामिल डिमोनेटाइजेशन, संघवाद, नागरिकता, राष्ट्रवाद और धर्मनिरपेक्षता के अध्यायों असेसमेंट में शामिल नहीं किया जाएगा हालांकि अगर स्कूल चाहें तो वे इन अध्यायों को पढ़ा सकते हैं। बाद में 2021-22 के शैक्षणिक सत्र में हटाए गए इन विषयों को फिर से शामिल कर लिया गया था।