केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने की उच्च स्तरीय बैठक, श्री अमरनाथ यात्रा की तैयारियों का लिया जायजा दिए अहम निर्देश
    17-मई-2022
Amit Shah Hold High Level Meet
 
 
 
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज गृह मंत्रालय में श्री अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा तैयारियों को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से बाबा बर्फानी की यात्रा को लेकर की जा रही तैयारियों की जानकारी ली और उन्हें जरूरी निर्देश भी दिए।
 
बैठक में उप राज्यपाल मनोज सिन्हा भी रहे मौजूद  
 
बैठक में भाग लेने वालों में जम्मू-कश्मीर एलजी मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, आईबी प्रमुख अरविंद कुमार, डीजीपी जेके पुलिस दिलबाग सिंह, निदेशक बीआरओ, सीआरपीएफ महानिदेशक और बीएसएफ और आईटीबीपी के अन्य अधिकारी शामिल हैं।  केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने भी वार्षिक तीर्थयात्रा की सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा के लिए इस तरह की दो बैठकें कर चुके हैं। जिसमें पहली बैठक 13 मई को दिल्ली में तो वहीं दूसरी बैठक 15 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर में हुई।
 
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम जुड़े श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सदस्य 
 
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सदस्यों ने भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में भाग लिया। सूत्रों ने कहा कि अमित शाह को तीर्थयात्रा के दौरान विशिष्ट स्थानों के साथ-साथ क्षेत्र की स्थिति पर सुरक्षा अपडेट और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल विभाग से अवगत कराया जाएगा।
 
यात्रियों को RFID कार्ड और 5 लाख रुपये का बीमा
 
केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव के हवाले से बताया कि प्रत्येक तीर्थयात्री को आरएफआईडी प्रदान किया जाएगा और पांच लाख रुपये का बीमा किया जाएगा। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि शाह ने सुरक्षा बलों और पुलिस को आतंकवाद रोधी समन्वित अभियान को सक्रिय रूप से चलाने का निर्देश दिया।
सीमा पार से न हो घुसपैठ की एक भी घटना
 
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समृद्ध और शांतिपूर्ण जम्मू-कश्मीर के सपने को पूरा करने और आतंकवाद का सफाया करने के लिए सुरक्षा बलों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सीमा पार से घुसपैठ की एक भी घटना नहीं हो। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों के लिए बिना किसी परेशानी के यात्रा संपन्न कराना केंद्र सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने निर्देश दिया कि अतिरिक्त बिजली, पानी और दूरसंचार सुविधाओं सहित सभी व्यवस्था की जाए।
यात्रा मार्ग पर बढ़ेगी मोबाइल कनेक्टिविटी
 
गृह मंत्री ने यात्रा मार्ग पर मोबाइल ‘कनेक्टिविटी’ बढ़ाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के बाद यह पहली यात्रा है और ऊंचाई अधिक होने के कारण जिन यात्रियों को स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या है, उनके लिए पर्याप्त व्यवस्था करनी होगी। 
 
श्री अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा तैयारियों पर हो रही हैं बैक टू बैक बैठकें
 
यहां यह उल्लेख करना उचित होगा कि श्री अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा तैयारियों का जायजा लेने के लिए  बैक टू बैक बैठकें हो रही हैं क्योंकि यात्रा की सुरक्षा केंद्र और जम्मू-कश्मीर सरकार दोनों की जिम्मेदारी है। जम्मू कश्मीर में लक्षित हत्याओं में तेजी को देखते हुए माना जा रहा है कि सरकार 30 जून से शुरू होने वाली और 11 अगस्त तक चलने वाली इस वार्षिक यात्रा के दौरान लक्षित हत्याओं को रोकने और विध्वंसक गतिविधियों को रोकने के लिए कुछ महत्वपूर्ण निर्णय ले सकती है।
 
3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है बाबा बर्फानी की गुफा 
 
श्री अमरनाथ यात्रा इस बार 30 जून से शुरू होने जा रही है। यह यात्रा दो साल बाद शुरू होने जा रही है। यात्रा को सुलभ बनाने के लिए जम्मू कश्मीर शासन और प्रशासन लगातार प्रयासरत है। दक्षिण कश्मीर संभाग में स्थित बाबा बर्फानी की यह गुफा 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यात्रा वर्ष 2021 और 2020 में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण नहीं हो सकी थी। वहीं, वर्ष 2019 में संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने से पूर्व इस यात्रा को तय समय से जल्दी खत्म कर दिया गया था।
 
 
 
यात्रा के दौरान 800 डॉक्टर होंगे तैनात
 
इस साल रिकॉर्ड यात्रियों की आमद को देखते हुए सुरक्षा के साथ स्वास्थ्य प्रबंध मजबूत बनाए जा रहे हैं। शिवभक्तों की सेहत को दुरुस्त बनाए रखने के लिए यात्रा रूट पर पर्याप्त चिकित्सा स्टाफ के साथ 800 डॉक्टरों को तैनात किया जाएगा। इसके साथ यात्रा मार्ग पर राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे चिकित्सा केंद्रों का विस्तार करने के साथ श्रम शक्ति को बढ़ाया जा रहा है।
 
12,000 अर्ध सैनिक बलों की होगी तैनाती
 
जम्मू-कश्मीर के प्रवेश द्वार लखनपुर से लेकर पूरे यात्रा मार्ग पर कश्मीर संभाग तक सर्विलांस बढ़ा दी गई है। यात्रा के दौरान ड्रोन से भी निगरानी रहेगी, लेकिन यात्रा शुरू होने से पहले सुरक्षा बल आतंकियों के ठिकानों का पता लगाकर उनके सफाए के लिए व्यापक पैमाने पर अभियान चला रहे हैं। इसमें आने वाले दिनों में और तेजी आएगी। अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा में 12,000 अर्ध सैनिक बलों के जवानों के साथ ही जम्मू कश्मीर पुलिस की टीम तैनात रहेगी। इस यात्रा में तीन लाख श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। अमरनाथ यात्रा 11अगस्त को समाप्त होगी।