पाकिस्तान के अवैध कब्जे में हमारी धरोहर; स्कर्दू #POTL में स्थापित छोटा ननकियाना साहिब गुरूद्वारा
   06-जुलाई-2022

Chhota Nankiana Sahib Gurdwara,
 
 
देश के विभाजन के बाद पाकिस्तानी सेना ने 22 अक्टूबर 1947 को जम्मू-कश्मीर के बड़े हिस्से पर हमला कर दिया था। इस हमले के दौरान पाक सैनिकों ने हजारों की संख्या में निर्दोष हिंदूओं, सिखों की हत्या की थी और वर्षों पुराने ऐतिहासिक मंदिरों और गुरुद्वारों जैसे सभी धार्मिक स्थलों में तोड़फोड़ मचाई थी। सिर्फ इतना ही नहीं हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए पाक सैनिकों ने उन पवित्र स्थानों को गलत कार्यों के जरिये अपवित्र करने का भी काम किया था।
 
 
इन घटनाओं के बाद उस वक्त बड़ी संख्या में लोग विस्थापित होने के लिए मजबूर हो गये थे। बीते 75 वर्षों भी पीओजेके अर्थात ''पाकिस्तान अधिक्रांत जम्मू कश्मीर'' और (PoTL) अर्थात ''पाकिस्तान अधिक्रांत टेरिटरी ऑफ लद्दाख'' में बचे मंदिरों, गुरुद्वारों और बौद्ध स्थानों को भी हमलावरों ने चुन-चुन कर क्षतिग्रस्त करने का काम किया है। वहां मौजूद मंदिरों, गुरुद्वारों की इमारतें पूरी तरह से खंडित हो चुकी है।
 

Skardu Gurudwara 
 
स्कर्दू में स्थित श्री छोटा ननकियाना साहिब गुरुद्वारा 
 
इन्हीं धार्मिक स्थलों में से एक है पाकिस्तान अधिक्रांत लद्दाख क्षेत्र के स्कर्दू में स्थित एक प्रसिद्ध गुरुद्वारा, श्री छोटा ननकियाना साहिब। श्री छोटा ननकियाना साहिब गुरुद्वारा पाकिस्तान के लाहौर से 450 किलोमीटर दूर स्कर्दू में स्थित है। यह स्थान 1947 से ही पाकिस्तान के अवैध कब्जे में है।
 
 
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चीन के यात्रा से वापस लौटते वक्त इस स्थान पर ठहरे थे गुरुनानक देव 
 
पुरानी मान्यताओं के अनुसार गुरु नानक देव जी चीन के यात्रा से वापस लौटते वक्त इस स्थान पर ठहरे थे। गुरु नानक जी की पुण्यस्मृति यहां भव्य गुरुद्वारे में स्थापित है। गर्मियों के मौसम में सिख समुदाय के लोग हज़ारों की संख्या में यहां पुण्ययात्रा पर जाया करते थे। गुरूद्वारे कि भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गुरुद्वारा परिसर के भीतर प्रकाश स्थान, लंगर हॉल बड़े हिस्से में आज भी मौजूद है।
 
 
 
Skardu
 
स्थानीय लोग इसे ‘अस्थान नानक पीर’ के नाम से जानते हैं 
 
 
स्थानीय लोग इसे ‘अस्थान नानक पीर’ के नाम से जानते हैं। इसके अलावा गुरूद्वारे के आस पास बड़ी संख्या में दुकाने और बाजार भी लगते थे। श्री छोटा ननकियाना साहिब गुरूद्वारे से मात्र दो किलोमीटर की दूरी पर स्कर्दू फोर्ट भी स्थित है। परंतु 1947-48 में पाकिस्तानी कब्जे के बाद से इस गुरुद्वारे को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
 

Skardu POTL...
 
 
 गुरूद्वारे की हालत बेहद ही दयनीय स्थिति में है
 
 
इसके बड़े हिस्सों को क्षत विक्षत कर दिया गया। आज इस गुरूद्वारे की हालत बेहद ही दयनीय स्थिति में है। हालांकि पाकिस्तान अधिक्रांत जम्मू कश्मीर वाले इलाके में स्थित इस तरह के न जाने कितने धार्मिक स्थलों को इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा विध्वंश कर दिया गया। आज इन स्थानों पर उन सभी धार्मिक स्थलों के भग्नावशेष ही बचे हुए हैं। बचे हुये मंदिर, गुरुद्वारा आवारा पशुओं और मादक पदार्थों का आश्रय बन गया है।
 
 
Skardu POTL.
 
 
 POTL.
 
 
 POTL gurudwara