महाराष्ट्र : मनी लांड्रिंग मामले में संजय राउत गिरफ्तार, साढ़े 6 घंटे की पूछताछ के बाद ED ने किया गिरफ्तार
   01-अगस्त-2022
 
Sanjay Raut Arrested
 
 
प्रवर्तन निदेशालय यानि (ED) ने महाराष्ट्र में जमीन घोटाले मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत को गिरफ्तार कर लिया है। ईडी ने मनी लांड्रिंग मामले में संजय राउत से तकरीबन साढ़े 6 घंटे तक पूछताछ करने के बाद रात करीब 12 बजे उन्हें गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि शिवसेना सांसद महाराष्ट्र के पात्रा चॉल घोटाले में आरोपी हैं। संजय राउत को आज ED कोर्ट में पेश करेगी। 
 
 
साढ़े 6 घंटे तक चले सवाल जवाब के बाद ईडी ने किया गिरफ्तार 
 
वहीं संजय राउत की गिरफ्तारी के बाद उनके भाई ने ईडी की कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि संजय राउत को गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया है। हमें उनकी गिरफ्तारी के संबंध में कोई कागज नहीं दिया गया है। दरअसल रविवार सुबह ईडी की छापेमारी में संजय राउत के घर से 11.5 लाख रूपये कैश बरामद हुआ।
 
ईडी ने जब संजय राउत से उस पैसे के बारे में जानकारी मांगी तो वो ये बताने में असमर्थ रहे। इसी आधार पर ईडी ने कैश को जब्त करते हुए पूछताछ के लिए संजय राउत को अपने साथ ED दफ्तर ले गई। तकरीबन साढ़े 6 घंटे तक चले सवाल जवाब के बाद देर रात ईडी ने शिवसेना सांसद को गिरफ्तार कर लिया।
 
 
 
 
मुंबई के वकोला पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज 
 
वहीं इसके अलावा संजय राउत के खिलाफ मुंबई के वकोला पुलिस स्टेशन में कथित तौर पर एक ऑडियो मामले में एक मामला दर्ज हुआ है। यह FIR पात्रा चॉल घोटाले मामले में गवाह स्वप्ना पाटेकर ने कराई है। बताया जा रहा है कि ऑडियो में आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। संजय राउत जिस पात्रा चॉल घोटाले मामले में गिरफ्तार हुए हैं दरअसल वो मामला मुंबई के गोरेगांव इलाके में पात्रा चॉल से जुड़ा है।
 
यह मामला पूरी तरह से महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी का भूखंड है। इस भूखंड में तकरीबन 1034 करोड़ रूपये का घोटाला होने का आरोप है। ईडी ने इस घोटाले मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी प्रवीण राउत की 9 करोड़ रूपये की संपत्ति और संजय राउत की पत्नी वर्षा की 2 करोड़ रूपये की संपत्ति को जब्त कर चुकी है।
 
 
 
 
क्या है पूरा मामला ?
 
दरअसल ये पूरा मामला तब सामने आया जब महाराष्ट्र में PMC बैंक घोटाले मामले की जांच हो रही थी। तभी प्रवीण राउत की कंस्ट्रक्शन कंपनी का नाम सामने आया। तब पता चला कि बिल्डर की पत्नी के बैंक खाते से संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को 55 लाख रुपये का कर्ज दिया गया था। आरोप है कि संजय राउत ने इसी पैसों से दादर में एक फ्लैट खरीदा था। मुंबई के गोरेगांव उपनगर में महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथारिटी (म्हाडा) की 47 एकड़ जमीन पर टीन के पतरे वाली चाल (खोलियां) बनाकर 500 से ज्यादा परिवार रहते थे।
 
भूखंड पर बनाए जाने थे कुल 3,000 फ्लैट
 
2007 में इसी भूखंड पर फ्लैट बनाकर वहां पहले से रह रहे परिवारों को देने और बाकी फ्लैट म्हाडा व इसे विकसित करने वाली कंपनी को हस्तांतरित करने की योजना बनाई गई थी। भूखंड पर फ्लैट बनाने का काम गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया। इस कंपनी के साथ हुए समझौते के अनुसार भूखंड पर कुल 3,000 फ्लैट बनाए जाने थे। इनमें से 672 फ्लैट वहां पहले से चालों में रह रहे परिवारों को दिए जाने थे।
 
निर्माण करने वाली कंपनी को भूखंड बेचने का नहीं था अधिकार
 

जबकि निर्माण करने वाली कंपनी को यह भूखंड बेचने का अधिकार प्राप्त नहीं था। लिहाजा आरोप है कि इस जमीन को समझौते का उल्लंघन करते हुए 1,034 करोड़ रुपये में 9 अलग-अलग भवन निर्माताओं को बेच दिया गया और एक भी फ्लैट नहीं बनाया गया। भूखंड बिकने से मिले पैसों में से कुछ राशि कंपनी के निदेशकों ने अपने करीबियों को हस्तांतरित कर दी। इसी दौरान गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी के एक निदेशक प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी राउत के खाते से 55 लाख रुपये संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत के खाते में ट्रांसफर किए गए।

अप्रैल में एजेंसी ने 11.15 करोड़ रुपये की संपत्तियों को किया था कुर्क 
 

2020 में महाराष्ट्र में हुए पीएमसी बैंक घोटाले के दौरान यह पता चला। उसके बाद से ही ईडी प्रवीण राउत और माधुरी राउत के अलावा संजय राउत व उनकी पत्नी वर्षा से पूछताछ करती आ रही है। अप्रैल में एजेंसी ने वर्षा और उनके दो सहयोगियों से जुड़ी करीब 11.15 करोड़ रुपये की संपत्तियों को कुर्क किया था।