बाबा बर्फानी की यात्रा ने तोड़ा 5 वर्षों का रिकॉर्ड, 44 दिन की यात्रा में 3.65 लाख शिव भक्तों ने किए बाबा बर्फानी के दर्शन
   13-अगस्त-2022

shri amarnath ji yatra
 
 
कोरोना महामारी के दौरान 2 वर्षों तक बाधित रही श्री बाबा अमरनाथ जी यात्रा ने इस बार 5 वर्षों का रिकॉर्ड तोड दिया है। दो वर्षों बाद शुरू हुई इस पवित्र श्री अमरनाथ यात्रा में कुल 3.65 लाख शिव भक्तों ने बाबा बर्फानी का दर्शन कर पिछले 5 वर्षों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। बता दें कि वर्ष 2016 के बाद से भक्तों का यह सबसे अधिक आंकड़ा है। इस बार की जानकारी स्वयं जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को यात्रा के समापन के दौरान दी।
 
RAS की सर्वेक्षण 93% संतुष्टि रेटिंग दर्शाता है - उप राज्यपाल
 
उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्री अमरनाथ यात्रा की जानकारी देते हुए कहा कि ''44 दिनों तक चली इस यात्रा में से 20 दिनों तक खराब मौसम के बावजूद कुल यात्रा संतोषजनक रही। यात्रियों द्वारा किया गया RAS सर्वेक्षण विभिन्न मानकों पर 93 प्रतिशत संतुष्टि रेटिंग दर्शाता है, जबकि 73 % भक्तों ने यात्रा के पहले 20 दिनों में दर्शन किए। प्रशासन को यात्रियों की ओर से सुविधाओं के बारे में जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है।
 
श्राइन बोर्ड, नागरिक प्रशासन, पुलिस, सेना, सीआरपीएफ, NDRF , SDRF, स्वयंसेवकों व अन्य हितधारकों विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर के स्थानीय लोगों ने 8 जुलाई को श्री अमरनाथ गुफा के पास आई बाढ़ के बाद तेजी से बचाव और राहत अभियान चलाया और कई लोगों की जान बचाई। हमारी पुलिस और सुरक्षाबलों के समर्पण और प्रतिबद्धता ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की है''।
 
 
 
यात्रा के दौरान RAF I'D ने निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
 
उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कोरोना महामारी के कारण 2 वर्षों बाद पुनः शुरू हुई श्री अमरनाथ यात्रा के लिए की गई विभिन्न नई पहलों को सूचीबद्ध किया। बात करें पिछले वर्षों की तुलना में यात्रियों के रहने की सुविधाओं के बारे में तो इस वर्ष यात्रियों के रहने की व्यवस्था में 80 प्रतिशत तक की वृद्धि की गई। वहीं प्रदेश में पहले 70 हजार यात्रियों की तुलना में 1.25 लाख यात्रियों को समायोजित करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी।
 
इसके अलावा चंद्रकोट में 3600 की क्षमता वाला एक नया यात्री निवास इस वर्ष बाबा बर्फानी के यात्रियों के लिए खोला गया था जो खराब मौसम के दौरान भी अधिक यात्रियों को समायोजित करने में एक महत्वपूर्ण सुविधा साबित हुआ। पहली बार यात्रियों की सुविधा के लिए RAF आईडी ट्रैकिंग शुरू की गई थी जो यात्रियों की ट्रैकिंग में बहुत मददगार साबित हुई। विशेष रूप से 8 जुलाई को आपदा के समय RAF आईडी तकनीक का उपयोग करके कई यात्रियों का पता लगाया जा सका।
 
किस वर्ष कितने यात्री
 
वहीं अगर नजर डालें पिछले कुछ वर्षों में बाबा बर्फानी के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं के आंकड़ों पर तो इस वर्ष पिछले 5 वर्षों के मुताबिक ये संख्या काफी ज्यादा रही। साथ ही बेहद संतोषजनक रही।
 
2016 : 2 लाख 20 हजार 490
 
2017 : 2 लाख 60 हजार
 
2018 :  2 लाख 85 हजार 06
 
2019 :  3 लाख 43 हजार 587
 
2022 :   3 लाख 65 हजार