
राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानि (NIA) ने रविवार को पाकिस्तान समर्थित गजवा-ए-हिंद मॉड्यूल (Pakistan Backed Gazwa-e-Hind) मामले में राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश समेत कुल 4 राज्यों में छापेमारी की है। NIA की टीम ने मध्य प्रदेश के देवास जिले के सतवार में सुबह 5 बजे लियाकत (28) पिता इदु के घर दबिश दी। इसके अलावा गुजरात के गिर-सोमनाथ जिले, उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ और केरल के कोझिकोड में संदिग्धों के परिसरों पर NIA की टीम ने तलाशी ली। रिपोर्ट्स के मुताबिक छापेमारी के दौरान जांच टीम ने मोबाइल फोन और सिम कार्ड के अलावा कई अहम डाक्यूमेंट्स भी जब्त किए हैं।
गौरतलब है कि यह मामला पिछले साल 14 जुलाई को बिहार के फुलवारीशरीफ पुलिस ने शुरू में दर्ज किया था, जब मरघूब अहमद दानिश उर्फ ताहिर की गिरफ्तारी हुई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक ताहिर जैन नाम के एक पाकिस्तान व्यक्ति द्वारा बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप का एडमिनिस्ट्रेटर था। ताहिर ने भारत विरोधी साजिशें रचने के लिए भारत के साथ-साथ पाकिस्तान, बांग्लादेश और यमन सहित अन्य देशों के कई लोगों को व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा था। वह टेलीग्राम और बीआईपी जैसे अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर भी सक्रिय था। NIA के प्रवक्ता ने अपने बयान में कहा कि पाकिस्तानी आकाओं के द्वारा भारत में गजवा-ए-हिंद के नाम पर युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के मकसद से व्हाट्सएप ग्रुप को संचालित किया जा रहा था।
NIA की जांच से पता चला कि आतंकी ताहिर पूरे भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए स्लीपर सेल बनाने के गोपनीय उद्देश्य से ग्रुप के सदस्यों को प्रेरित करने की कोशिश कर रहा था। उसने 'बीडी गजवा-ए-हिंदबीडी' के नाम से एक और व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया था। जिसमें उसने बांग्लादेशी नागरिकों को जोड़ा था। NIA पिछले साल 22 जुलाई से मामले की जांच कर रही है जब उसने राज्य पुलिस से जांच अपने हाथ में ली थी। आतंकवाद रोधी एजेंसी ने मामले में गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ 6 जनवरी को आतंकी मरगूब अहमद दानिश के खिलाफ IPC की धारा 121, 121ए, 122 और यूएपीए की धारा 13, 18, 18बी और 20 के तहत आरोप पत्र दायर किया था।