मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या (Ayodhya) को इन दिनों दुल्हन की तरह सजाने और एक खूबसूरत रूप प्रदान करने का काम निरंतर जारी है। 22 जनवरी 2024 को भव्य श्री राम मंदिर के उद्घाटन व रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (consecration ceremony of Ram Lalla) को लेकर तैयारियां युद्ध स्तर पार जारी है। कहीं भी कोई कमी बाकी न रह जाए इसे लेकर बेहद बारीकी से काम किया जा रहा है। कार्यक्रम के मद्देनजर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निरंतर अयोध्या धाम का दौरा कर रहे हैं। साथ ही मंदिर निर्माण से जुड़ी सभी कार्यों की जानकारी ले रहे हैं। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों द्वारा मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होना है, लेकिन उससे पहले अयोध्या में 7 दिनों तक वृहद स्तर पर अनुष्ठान प्रक्रिया चलेगा।
प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त
मंदिर प्रशासन की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार इन सभी कार्यक्रमों की शुरुआत 16 जनवरी से शुरू होकर 22 जनवरी को श्री रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा तक जारी रहेगी। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों से श्रीराम अपने दिव्य-भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक होगा।यानि कुल 84 सेकंड का अति सूक्ष्म मुहूर्त होगा। लेकिन इस बीच कौन कौन से कार्यक्रम सुनिश्चित किए गए हैं उसकी एक रूप रेखा प्रदान की गई है, जो निम्न प्रकार से हैं।
7 दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा
16 जनवरी : मंदिर ट्रस्ट की ओर से नियुक्त यजमान द्वारा प्रायश्चित, सरयू नदी में दशविध स्नान, विष्णु पूजन और गोदान
17 जनवरी : प्रभु श्री रामलला की प्रतिमा के साथ अयोध्या में भव्य शोभायात्रा। सरयू नदी से भक्त मंगल कलश जल लेकर मंदिर पहुंचेंगे।
18 जनवरी : गणेश अंबिका पूजन, वरुण पूजन, मातृका पूजन, ब्राह्मण वरण, वास्तु पूजन व अनुष्ठान
19 जनवरी : अग्नि स्थापना, नवग्रह स्थापना और हवन
20 जनवरी : मंदिर के गर्भगृह को सरयू के पवित्र जल से धोने के बाद वास्तु शांति और अन्नाधिवास
21 जनवरी : 125 कलशों से प्रभु श्री रामलला का दिव्य स्नान फिर शैयाधिवास
22 जनवरी : सुबह पूजन के उपरांत मध्यान्ह काल में मृगशिरा नक्षत्र में बाल स्वरुप श्री रामलला के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा
2.7 एकड़ में फैला है मंदिर
गौरतलब है कि अयोध्या में बन रहे प्रभु श्री राम का भव्य मंदिर कुल 2.7 एकड़ में बनाया जा रहा है। मंदिर की ऊंचाई लगभग 162 फीट की होगी। जबकि इस पूरे मंदिर परिसर में भगवान राम के मंदिर के साथ ही और 6 मंदिर बनाए जा रहे हैं। मंदिर के मुख्य द्वार को सिंह द्वार के नाम से जाना जाएगा। वहीं, पूरे अयोध्या को त्रेतायुग की थीम से सजाने का काम किया जा रहा है। मन्दिर से करीब 2 किलोमीटर दूर से ही सड़कों के किनारे सूर्य स्तंभ लगाए गए हैं, जोकि भगवान राम के सूर्यवंशी होने के प्रतीक को दर्शाते हैं। इस मार्ग को धर्म पथ का नाम दिया गया है। वहीं, दूसरी तरफ नयाघाट से सहादतगंज तक जाने वाली सड़क को रामपथ नाम दिया गया है। सड़कों के किनारों पर दीवार बन रही है जिस पर रामायण काल के प्रसंगों को दर्शाया जाएगा।
कल PM मोदी का अयोध्या दौरा
बहरहाल मंदिर के उद्घाटन से पूर्व कल यानि 30 दिसम्बर 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 दिवसीय अयोध्या यात्रा पर आ रहे हैं।रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री मोदी अपने इस दौरे में अयोध्या धाम में नवनिर्मित अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, हाईवे, अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन व रेलवे लाइन दोहरीकरण के साथ कई बड़ी परियोजनाओं की सौगात देंगे। इनमें श्रीराम जन्मभूमि मंदिर से जुड़ी महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर खास तौर से फोकस होगा। 4 प्रमुख पथों का भी लोकार्पण होगा। इसके अलावा प्रदेश के अन्य जिलों की कुछ परियोजनाएं भी शामिल की गई हैं।
इन परियोजनाओं का होना है लोकार्पण
1- मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट जोकि अब महर्षि बाल्मीकि इंटरनेशल एयरपोर्ट के नाम से जाना जाएगा - 1463 करोड़
2- अयोध्या-जगदीशपुर हाइवे- 2185 करोड़
3- जौनपुर-बाराबंकी रेलवे लाइन दोहरीकरण- 1919 करोड़
4- मल्हौर से डालीगंज लाइन दोहरीकरण मय विद्युतीकरण- 200 करोड़
5- राम पथ- 844.93 करोड़
6- भक्तपथ- 68.04 करोड़
7- धर्म पथ - 65.40 करोड़
8- एनएच-27 बाईपास से राम जन्म भूमि हाईवे- 44.98 करोड़
9- बड़ी बुआ रेलवे ओवरब्रिज- 74.25 करोड़
10- अयोध्या रेलवे स्टेशन प्रथम फेज-241 करोड़
11- राजर्षि दशरथ मेडिकल कालेज- 245.64 करोड़ रूपये। सहित कुल 31 परियोजनाएं शामिल हैं।