
देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi Popularity) की लोकप्रियता का जलवा लगातार बरक़रार है। इस बात को इस्लामिक संगठन (Islamic Organistaion and Country) और उनसे जुड़े लोग भी बखूबी जानते हैं कि अब भारत की आवाज वैश्विक मंचों पर बेहद गहराई से सुनी ही नहीं जाती बल्कि, उन बातों पर अम्ल भी किया जाता है। भारत (India Possition In World) और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बढती इसी लोकप्रियता के कारण अब दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी (Shahi Imam Syed Ahmed Bukhari) ने PM मोदी से एक गुहार लगाई है।
जामा मस्जिद के शाही इमाम की PM मोदी से गुहार ?
दरअसल आतंकी समूह हमास के खात्मे को लेकर मिडिल ईस्ट में गाजा पट्टी पर इजराइल (Israel-Palestine Conflict) की ओर से शुरू हुआ हमला अभी लगातार जारी है। इस युद्ध को शुरू हुए लगभग 3 माह हो चुके हैं। बीते इन 3 महीनों में इजरायल की सेना (IDF) ने 20 हजार से अधिक कट्टरपंथी फिलिस्तीनियों (Israel-Palestine Conflict) को मार गिराया है। हमास पर इजराइल के इस हमले को रोकने के लिए तमाम इस्लामिक देश UN (United Nation) तथा अन्य देशों से गुहार लगा रहे हैं। इसी बीच अब दिल्ली के जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी (Jama Masjid Shahi Imam Syed Ahmed Bukhari) ने PM मोदी से गुहार लगाईं है। जामा मस्जिद के इमाम का कहना है कि अगर प्रधानमंत्री मोदी चाहें तो इस युद्ध को रुकवा सकते हैं।

PTI (Press Trust Of India) की रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली की जामा मस्जिद (JAMA MASJID) के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी का कहना है कि सभी मुस्लिम देश हमास पर इजराइल (Israel-Hamas Conflict Caused) द्वारा जारी हमले को रुकवाने में फेल हो चुके हैं। लिहाजा बुखारी ने पीएम मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से इजराइल पर कुटनीतिक दबाव डालने की गुजारिश की है। उन्होंने कहा कि तमाम मुस्लिम जगत इजराइल और फिलिस्तीन ( के बीच जारी संघर्ष में अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में विफल हो चुका है। वे अपनी जिम्मेदारियां सही ढंग से नहीं निभा पाए। बुखारी ने कहा कि अब तक इस युद्ध में 21 हजार 300 से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है और मानवीय संकट खड़ा हो गया है।
‘इस्लामिक देशों से नहीं सिर्फ PM से उम्मीद’
बुखारी ने अपने बयान में कहा कि ‘’फिलिस्तीन का मसला एक ऐसे स्तर पर पहुंच गया है जहां 'द्विराष्ट्र सिद्धांत' (Two Nations Theory) के आधार पर संयुक्त राष्ट्र, अरब लीग और खाड़ी सहयोग परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों के अनुरूप इसका तत्काल और स्थायी समाधान किया जाना चाहिए। मुस्लिम जगत अपनी जिम्मेदारियां को पूरा नहीं कर पाया लिहाजा अब सिर्फ PM मोदी से ही उम्मीद है और वे ही इस युद्ध का अंत करा सकते हैं।"