PMO का फर्जी अधिकारी बन J&K में किए फूल मजे ; पोल खुलने के बाद पुलिस ने किया गिरफ्तार
   17-मार्च-2023
 
froud Kiren Bhai Patel Arrested in Jammu Kashmir
 

जम्मू कश्मीर पुलिस ने एक ऐसे ठग (Froud) को गिरफ्तार किया है जो खुद को PMO का अधिकारी बताकर जम्मू कश्मीर में जेड प्लस सिक्योरिटी के साथ बुलेटप्रूफ गाड़ी में घूमता रहा। प्रशासन की आँखों में धूल झोंककर वह नियंत्रण रेखा के पास स्थित उरी कमान पोस्ट होते हुए श्रीनगर के लाल चौक समेत अनेक स्थानों का दौरा करता रहा। लिहाजा शख्स की वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद जब सुरक्षा एजेंसियों को संदेह हुआ तो खुफिया एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस को उसके बारे में सतर्क किया। जांच में वो शख्स फर्जी पाया गया जिसके बाद श्रीनगर के होटल से उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

 
 
 
 
गंभीर धाराओं में केस दर्ज
 

रिपोर्ट्स के मुताबिक इस महाठग का नाम किरण भाई पटेल (Kiren Bhai Patel) है और वो गुजरात का रहने वाला है। हैरानी की बात तो ये है कि ये ठग सुरक्षा एजेंसियों की आँखों में धूल झोंककर खुद को PMO का अतिरिक्त निदेशक बताता था और कई महीनों तक जम्मू कश्मीर के बडगाम जिले में दूध्पथ्री सहित कश्मीर में कई स्थानों का दौरा करता रहा। गुरुवार 16 मार्च को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर श्रीनगर की अदालत में पेश किया। जहाँ कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पटेल के खिलाफ श्रीनगर के निशात पुलिस थाने में IPC की धारा 419,420,467,468 और 471 के तहत केस दर्ज किया गया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस मामले की जाँच कर रही है। कहा जा रहा है कि समय पर ठग का पता न लगा पाने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस के 2 अधिकारियों के खिलाफ एक्शन की तैयारी भी चल रही है। इसके अलावा जाँच में गुजरात पुलिस की टीम भी शामिल होने की बात कही जा रही है।

 
अधिकारियों के साथ की बैठक
 

मिली जानकारी के अनुसार महाठग किरण पटेल ने उच्च स्तरीय सरकारी सुविधाओं का लाभ लेकर न सिर्फ जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों का दौरा किया, बल्कि बडगाम में अधिकारियों के साथ बैठक भी की। वह पिछले साल अक्टूबर से घाटी में है और सरकारी महमान के तौर पर सुविधाएं उठा रहा था। PMO का टॉप अधिकरी बताने की वजह से उसे एक निजी सुरक्षा अधिकारी और लग्जरी होटल मिला था। सूत्रों की मानें तो जम्मू कश्मीर या केंद्रीय एजेंसी इस ठगी का पता लगता उससे पहले ही CID ने इस जालसाज का पर्दाफाश कर दिया।

बहरहाल इस पुरे प्रकरण को देखें तो जम्मू कश्मीर में घटित यह घटना एक बड़ा सिक्यूरिटी लैप्स है। प्रशासन को इस मामले में गंभीरता से लेते हुए गहनता से जांच करनी चाहिए। साथ उन अधिकारीयों के खिलाफ भी कार्रवाई करनी चाहिए जिनकी नासमझी के कारण इतनी बड़ी घटना घटित हुई।