आतंक के गढ़ पाकिस्तान में 1 और आतंकी की हत्या : अज्ञात हमलावरों ने आतंकी कमांडर सैयद नूर शालोबार को उतारा मौत के घाट
आतंकवाद का सिरमौर कहा जाने वाला पाकिस्तान इन दिनों आर्थिक संकट, महंगाई और राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा है। आतंकियों के लिए सबसे सुरक्षित स्थान माने जाने वाले पाकिस्तान में पिछले 15 से 20 दिनों के भीतर 4 आतंकवादी मौत के घाट उतारे जा चुके हैं। मारे गए यह चारों आतंकी भारत में मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों की लिस्ट में शामिल थे। भारत में आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने में इन सभी की अहम भूमिका थी। खासतौर पर जम्मू कश्मीर में कई आतंकी घटनाओं को इनके इशारों पर अंजाम दिया गया था। खास बात यह है कि चारों ही आतंकियों की मौत लगभग एक जैसे ही हुई है।
ताज़ा मिली रिपोर्ट्स के मुताबिक़ पाकिस्तान में भारत के एक और दुश्मन का खात्मा हो गया है। अज्ञात हमलावरों ने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बारा में आतंकी कमांडर सैयद नूर शालोबार की गोली मारकर दिनदहाड़े हत्या कर दी। हमलावरों ने आतंकी शालोबार को कई गोलियाँ मारी है जिससे की उसकी मौक़े पर ही मौत हो गई।
ग़ौरतलब है कि इससे पहले, आतंकी खालिद रजा और बशीर अहमद की भी पाकिस्तान में इसी तरह से हत्या हो चुकी है। मारे गये ये सभी आतंकी भारत में आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने में शामिल रहे हैं। खालिद रजा और बशीर ने एक दौर में जम्मू कश्मीर में बड़े स्तर पर आतंकवाद फैलाया था। खालिद रजा कराची में अपने घर के पास स्थित दुकान पर गया था। तभी अचानक वहाँ बाइक पर सवार दो हमलावर आए और उसके सिर में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। वहीं, हिजबुल मुजाहिदीन के संस्थापकों में शामिल बशीर अहमद पीर की भी हत्या की कुछ इसी तरह से की गई थी। बशीर पीर की हत्या अति सुरक्षित माने जाने वाले रावलपिंडी में हुई थी। बशीर पीर जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा का मूल निवासी था। जो सुरक्षाबलों के डर से भागकर पाकिस्तान चला गया था।
लगातार हो रहे इन हमलों से पाकिस्तान में बैठे आतंकी दहशत में हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिवालिया मुल्क पाकिस्तान में इन आतंकवादियों को मारने की जिम्मेदारी सिंधु देश रिवॉल्यूशनरी आर्मी ने ली है। पाकिस्तान इस संगठन से काफी खौफ खाता है। ये संगठन सिंध को अलग देश बनाने के लिए लंबे समय से संघर्ष कर रहा है। लिहाज़ा अब इस संगठन ने भारत विरोधी आतंकियों को निशाने पर लेना शुरू कर है। सिंधु देश रिवोल्यूशनरी आर्मी की चर्चा सितंबर 2022 में तब तेज हुई थी, जब उसके आतंकियों ने पाकिस्तान के कराची में चीन के एक डेंटल सर्जन के यहां हमला किया था। उस हमले में डॉक्टर और उसकी पत्नी घायल हुए थे। जबकि, चीन का एक नागरिक मारा गया था।