भारतीय रुपये का विश्व में बढ़ता दबदबा ; चौथी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बना 'रुपया'
   17-अप्रैल-2023
 
Rupee became the fourth international currency
 
 

दुनिया की अर्थव्यवस्था अमेरिकन डॉलर के इर्द-गिर्द घूमती रहती है। लेकिन अब वक्त के साथ साथ डॉलर की मांग भी घट रही है। ग्लोबल मार्केट में दूसरी करेंसी भी अपने पैर जमाने में लगी हैं। इसमें भारतीय रुपया भी शामिल है। दरअसल भारतीय मुद्रा 'रुपया' तेजी से इंटरनेशनल करेंसी बनने की ओर बढ़ रहा है। डॉलर, पाउंड और यूरो के बाद विश्व स्तर पर हवाई अड्डों के मुद्रा विनिमय काउंटरों पर स्वीकार किए जाने के बाद भारतीय रुपया चौथी अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा बन गया है।  

 

गौरतलब है कि इस समय विश्व के कुल 17 ऐसे देश हैं, जो भारतीय मुद्रा में व्यापार कर रहे हैं। इतना ही नहीं, फिलहाल जर्मनी, इजरायल जैसे 64 विकसित देशों ने रुपये के जरिए कारोबार करने में दिलचस्पी जताई है। विश्व के 17 देश भारतीय करेंसी में फिलहाल व्यापार करते हैं। इनमें यूनाइटेड किंगडम, मलेशिया, रूस, सिंगापुर, न्यूजीलैंड, श्रीलंका, म्यांमार, बोत्सवाना, इजराइल, फिजी, ओमान, जर्मनी, केन्या, गुयाना, मॉरीशस, सेशेल्स और तंजानिया शामिल है।  

 
 
 
 
यदि भारतीय मुद्रा 'रुपया' विश्व के 30 से अधिक देशों के साथ व्यापार करता है तो, इसे अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक मुद्रा घोषित किया जा सकता है। आपको बता दें, यूरोपीय यूनियन में शामिल जर्मनी पहली बार एशिया की मुद्रा यानी भारतीय मुद्रा 'रुपया' के साथ व्यापार करने के लिए आगे आया है। जर्मनी के साथ ही इजरायल ने भी भारतीय मुद्रा में कारोबार करने की रुचि जाहिर करते हुए बातचीत शुरू कर दी है।