डिजिटल पेमेंट में नंबर-1 बना भारत ; चीन, ब्राजील समेत इन सभी देशों को छोड़ा काफी पीछे
    10-जून-2023
 
Digtal Payment in india
 

दुनिया कितनी तेजी से बदल रही है, अगर इसका अंदाजा लगाना हो तो आप कई तरह से लगा सकते हैं। लिहाजा इसी बदलाव की कड़ी में शामिल है 'डिजिटल पेमेंट'। जोकि वर्ष 2013-14 तक भारत में बहुत सीमित दायरे में था, लेकिन 2014 में केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद से इसमें अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की गई। 2014 से पहले तक भारत में ज्यादातर ट्रांजैक्शन कैश, चेक इत्यादि से चलता था। हालांकि उस दौरान भी ई-पेमेंट (E-Payment) की सुविधा मौजूद थी, लेकिन लोग उसका इस्तेमाल बेहद कम करते थे। 2013-14 के आंकड़े को देखें तो भारत ने ई-ट्रांजैक्शन में महज़ 220 करोड़ रुपए का लेनदेन किया, जो पूरी दुनिया में होने वाले ई-ट्रांजैक्शन का बहुत छोटा सा हिस्सा है।

 
डिजिटल पेमेंट में नंबर-1 बना भारत
 
 
लेकिन आज डिजिटल लेनदेन के मामले में भारत ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। UPI से लेनदेन के मामले में भारत पूरी दुनिया में टॉप पर पहुंच चुका है। साल 2022 के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2021 की तुलना में डिजिटल पेमेंट के मामले में भारत सबसे आगे रहा है। कैश में ट्रांजैक्शन अक्सर टैक्स चोरी को बढ़ावा देता है। क्योंकि ज्यादातर व्यापारी कैश में की गई लेन-देन का हिसाब किताब नहीं रखते या फिर उस हिसाब किताब में हेराफेरी करते हैं। लिहाजा जब वही लेनदेन ई-पेमेंट के जरिए होता है तो उसका पूरा हिसाब मौजूद होता है। इसलिए चाह कर भी कोई इसमें हेरा फेरी नहीं कर सकता है। शायद यही वजह थी कि मोदी सरकार ने जैसे ही केंद्र की सत्ता में कदम रखा वैसे ही डिजिटल पेमेंट की ओर तेजी से अपने कदम बढ़ाए। और आज उसका असर देखने को भी मिल रहा है।
 
 
इन देशों को पीछे छोड़ भारत बना नम्बर 1 
 
 
देश के डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) में 91 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। यह आंकड़े शायद विपक्ष के नींद उड़ा सकते हैं, जो कल तक डिजिटल पेमेंट की सफलता पर संदेह करते थे। आंकड़ों की बात करें तो डिजिटल पेमेंट के मामले में भारत ने चीन को भी काफी पीछे छोड़ दिया है। भारत का डिजिटल ट्रांजेक्शन 89.5 मिलियन रहा है। भारत के बाद ब्राजील 29.2 मिलियन, चीन 17.6 मिलियन, थाईलैंड 16.5 मिलियन और साउथ कोरिया 8 मिलियन के साथ चौथे नंबर पर है। आपको बता दें कि ये वही देश हैं जो कभी डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) के मामले में भारत से आगे हुआ करते थे। अब अगर इन चारों देशों के आंकड़ों को मिला दिया जाए तो भी भारत काफी आगे है।
 
 
 
 
 
2014 के बाद डिजिटल पेमेंट में जबरदस्त उछाल 
 
 
डिजिटल पेमेंट के मामले में चीन कभी नंबर 1 हुआ करता था। साल 2010 में चीन का डिजिटल पेमेंट सभी देशों से ज्यादा था। चीन का उस समय डिजिटल ट्रांजेक्शन 1119 मिलियन था। जबकि दूसरे नंबर पर भारत था, जिसका 370 मिलियन का ट्रांजेक्शन था। वहीं तीसरे नंबर पर अमेरिका था, जिसका डिजिटल ट्रांजेक्शन 153 मिलियन था। भारत में डिजिटल पेमेंट बेहद तेजी से बढ़ रहा है। भारत में डिजिटल पेमेंट के मामले में साल 2014 के बाद काफी ज्यादा उछाल देखने को मिला।

भारत में डिजिटल पेमेंट का ग्राफ साल 2023 आने के साथ तूफानी तेजी के साथ बढ़ रहा है। जबकि दूसरी ओर डिजिटल पेमेंट के मामले में चीन का ग्राफ निचे गिरा है। भारत इस समय 89.5 मिलियन के स्तर को पार कर चुका है। साल 2022 के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में सबसे ज्यादा डिजिटल पेमेंट बेंगलुरु में हो रहा है। यह सबसे ऊपर रहा है। दिल्ली दूसरे नंबर पर है। इसके बाद डिजिटल पेमेंट के मामले में मुंबई का नंबर है। बेंगलुरु वर्ष 2022 में 6500 करोड़ रुपये के 29 मिलियन लेनदेन दर्ज किए गए थे।