“भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं, POJK ख़ाली करो” - भारत ने UN में पाकिस्तान को लताड़ा
   23-सितंबर-2023
 
India hits out at Pakistan at UN as it rakes Kashmir
 
 
आतंकवाद का सबसे बड़ा पनाहगाह पड़ोसी देश पाकिस्तान UN के अंतरराष्ट्रीय मंच का दुरुपयोग कर कश्मीरी राग अलापने से बाज नहीं आ रहा। कंगाली और राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहे पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने शुक्रवार (22 सितंबर) को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA)के 78वें सत्र को संबोधित करते हुए एक बार फिर कश्मीर राग अलापा। काकर ने अपने संबोधन में संयुक्त राष्ट्र से इस बार कश्मीर पर प्रस्ताव पास करने और वहां मिलिट्री हस्तक्षेप की मांग की। लिहाज़ा भारत ने भी पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए दुनिया के सामने जमकर लताड़ा।
 
 
पाकिस्तान में मानवाधिकार की स्थिति सबसे बद्दतर
 
 
संयुक्त राष्ट्र में भारत की फर्स्ट सेक्रेटरी पेटल गहलोत ने पाकिस्तान को लताड़ते हुए उसे एक बार फिर से याद दिलाया कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न अंग था, है और सदैव रहेगा। पेटल गहलोत ने कहा कि पाकिस्तान को हमारे आंतरिक मामलों में बोलने का कोई अधिकार नहीं। भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप बिलकुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राइट टू रिप्लाई के अधिकार का इस्तेमाल करते हुए पेटल गहलोत (Petal Gahlot) ने आगे कहा, “जो पाकिस्तान दूसरों के आंतरिक मामलों में ताका झांकी कर रहा है उसे सबसे पहले अपने देश में प्रतिदिन नीचे गिरते घोर मानवाधिकार उल्लंघनों को देखना चाहिए। साथ ही पाकिस्तान को मानवाधिकार के उलंघन मामले पर कार्रवाई करनी चाहिए।''
 
 
''अतंकवाद का सबसे बड़ा पनाहगाह पाकिस्तान''
 
 
अंतरराष्ट्रीय मंचों से हर बार कश्मीरी राग अलापने वाले पाकिस्तान को आईना दिखाते हुए पेटल गहलोत ने कहा कि पाकिस्तान को सबसे पहले मुंबई हमले के आतंकवादियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए जिसके पीड़ित 15 सालों बाद भी न्याय की इंतजार में बैठे हैं। पेटल ने पाकिस्तान को हक़ीक़त से रूबरू कराते हुए कहा कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठनों का सबसे बड़ा गढ़ है। पाकिस्तान आतंकवादियों के लिए सबसे सेफ हेवन ठिकाना बना हुआ। अतंकवाद के मुद्दे पर घेरते हुए पेटल ने कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद पर लगाम लगाना चाहिए।
 
 
 
 
 
'पाकिस्तान POJK तुरंत खाली करे'
 
 
भारत ने दक्षिण एशिया में शांति के लिए पाकिस्तान को तीन नसीहत देते हुए कहा कि पाकिस्तान को तुरंत सीमा पार भारत में आतंकवादी गतिविधियों पर रोक लगानी चाहिए। आतंकी ठिकानों को बिना देरी बंद करना चाहिए और आतंकियों पर कार्रवाई करनी चाहिए। इसके अलावा पाकिस्तान ने 75 वर्षों से केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख के जिन इलाकों POJK और POTL पर अवैध कब्जा किया हुआ है, उसे तुरंत खाली करे। साथ ही 75 वर्षों से पाकिस्तान में जारी अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ हो रहे मानवाधिकारों का उल्लंघन तुरंत बंद हो।
 
 
Petal Gehlot UNGA
 
 संयुक्त राष्ट्र में भारत की फर्स्ट सेक्रेटरी पेटल गहलोत
 
 
पाकिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघन का रिकॉर्ड
 
 
पाकिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघन का रिकॉर्ड दुनिया में सबसे ख़राब होने की बात करते हुए पेटल ने कहा, "दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर उंगली उठाने का अधिकार किसी को नहीं है। पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र फोरम का दुरुपयोग करने का आदि पाकिस्तान हो चुका है। वह बार-बार इस वैश्विक मंच का गलत इस्तेमाल भारत के खिलाफ करता आया है। बार-बार भारत के खिलाफ बेबुनियाद आरोप सिर्फ इसलिए लगता है ताकि पाकिस्तान में धड़ल्ले से हो रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन पर दुनिया की नजर न जाए। इस मामले में पाकिस्तान का रिकॉर्ड बहुत खराब है।
 
 
उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान का मानवाधिकार का रिकॉर्ड पूरी दुनिया में सबसे खराब है। विशेष तौर पर अल्पसंख्यकों और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामले में। पाकिस्तान को सबसे पहले अपने आंतरिक हालात को सुधारना चाहिए।
 
 
ईसाई और अहमदिया पर हमले का मुद्दा उठाया
  
 
उन्होंने पाकिस्तान के फैसलाबाद जिले के जरांवाला में इसी साल अगस्त में ईसाइयों के खिलाफ हुई हिंसा का भी मुद्दा उठाया। पेटल ने कहा कि हिंसा में कुल 19 चर्च पर हमला किया गया और 89 ईसाई घरों में आग लगा दी गई। ऐसा ही अपराध पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय के लोगों पर होता है, जिनके इबादतगाह को पाकिस्तान में गिरा दिया जाता है।
 
 
पेटल ने कहा, 'पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू, सिख, ईसाई महिलाओं की स्थिति दुनिया में सबसे ख़राब है। इसका ज़िक्र खुद पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट में है। इस रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में हर साल अल्पसंख्यक समुदाय की करीब 1000 महिलाओं का अपहरण और उनका जबरन धर्म परिवर्तन कर शादी करवा दी जाती है।'