विदेश में बैठकर भारत विरोधी प्रोपेगेंडा चलाने वाले अलगाववादी तत्वों के खिलाफ NIA एक्शन में है। जांच एजेंसियां लगातार ऐसे तत्वों की लिस्ट जारी कर रही हैं जो भारत विरोधी अभियानों में शामिल हैं। हाल ही में गत शनिवार खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की चंडीगढ़ और अमृतसर में संपत्ति जब्त करने के बाद NIA ने अब अलगाववादी समर्थकों की नई लिस्ट जारी की है। NIA की इस नई लिस्ट में कुल 19 खालिस्तानी आतंकियों के नाम शामिल हैं। ये सभी आतंकी भारत से भागकर विदेशों में छिपकर बैठे हैं और भारत की एकता और अखंडता को तोड़ने के लिए षडयंत्र रचते हैं। अब लिस्ट में शामिल इन सभी आतंकियों की संपत्ति को अटैच करने की तैयारी चल रही है।
NIA ने द्वारा हाल ही में जारी नई लिस्ट में जिन खालिस्तानी आतंकियों के नाम दर्ज हैं, वे सभी कनाडा, अमेरिका, यूके, ऑस्ट्रेलिया और दुबई आदि जैसे देशों में बैठ भारत के खिलाफ ही प्लानिंग करते हैं। लिस्ट में शामिल सभी 19 अलगाववादियों का नाम भारत में भगोड़ों की सूची में दर्ज है। इस लिस्ट में परमजीत सिंह पम्मा, कुलवंत मुठड़ा, सुखपाल सिंह, सरबजीत बेनूर, कुलवंत, गुरप्रीत सिंह, हारजप, हरप्रीत सिंह, रणजीत नीटा, गुरमीत सिंह, जसमीत हकीमजादा, गुरजंत ढिल्लन, लखबीर रोड़े, अमरदीप पुरेवाल, जतिंदर ग्रेवाल, दुपिंदर जीत, एस हिम्मत सिंह, वाधवा सिंह (बब्बर चाचा) और जे धालीवाल के नाम शामिल है।
लगातार देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त इन आतंकियों के खिलाफ भारत एक और कार्रवाई करने की तैयारी में है। दरअसल बीते एक साल में भारत के खिलाफ खालिस्तानी मूवमेंट का हिस्सा बनने वाले तत्वों को NIA ढूंढ रही है और उनकी पहचान करनी शुरू कर दी है। भारत सरकार अब इन सभी के IOC कार्ड रद्द करने की प्लानिंग भी कर रही है। IOC वे भारतीय कार्ड है, जो विदेश में रहने वाले NRIs को दोहरी नागरिकता प्रदान करता है। इस कार्ड के माध्यम से NRIs बिना वीजा भारत आ जा सकते हैं। लेकिन भारत सरकार जल्द ही इन अलगाववादियों के IOC कार्ड को रद्द करेगी।
NIA ने गत शनिवार को अमृतसर के गांव खानकोट में खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू की 46 कनाल जमीन जब्त की है। यह एग्रीकल्चर लैंड है। खानकोट पन्नू का पैतृक गांव है। वहीं चंडीगढ़ के सेक्टर 15C में उसका घर भी NIA ने जब्त कर लिया है। इससे पहले 2020 में उसकी संपत्तियों को अटैच किया गया था। कानूनी तौर पर अब पन्नू इन संपत्तियों का मालिक नहीं रहा। इसी तरह आतंकी निज्जर की जालंधर स्थित प्रॉपर्टी को भी जब्त किया गया था। ये प्रॉपर्टी अब सरकार की हो गई हैं। भारत सरकार ने गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम यानी UAPA के तहत पन्नू के संगठन SFJ पर 2019 में बैन लगा दिया था। इससे संबंधित गृह मंत्रालय की अधिसूचना में कहा गया था कि सिख रेफरेंडम की आड़ में सिख फॉर जस्टिस संगठन पंजाब में अलगाववाद और उग्रवाद को बढ़ावा दे रहा है।