'भारत आना मेरे लिए सौभाग्य की बात मोदी सच्चे दोस्त' ; ग्रीस PM किरियाकोस मित्सोटाकिस

    21-फ़रवरी-2024
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Greece PM Kyriakos Mitsotakis
 
 
Greek : ग्रीस के प्रधानमंत्री किरिकोस मित्सोटाकिस (Greece PM Kyriakos Mitsotakis) इन दिनों 2 दिवसीय भारत दौरे पर हैं। यात्रा के पहले दिन यानि आज बुधवार सुबह किरिकोस मित्सोटाकिस (Kyriakos Mitsotakis) राष्ट्रपति भवन पहुंचे। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने उनका औपचारिक स्वागत किया। राष्ट्रपति भवन में  किरिकोस मित्सोटाकिस को गॉड ऑफ़ ऑनर दिया गया। इसके बाद दोनों नेताओं के बीच महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत हुई। बातचीत के बाद एक साँझा बयान जारी करते हुए ग्रीस के प्रधानमंत्री किरिकोस मित्सोटाकिस ने कहा- 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में मुझे एक दूरदर्शी नेता और एक सच्चा मित्र नजर आता है। भारत आना मेरे लिए बेहद सौभाग्य की बात है।' गौरतलब है कि करीब 16 साल बाद ग्रीस का कोई प्रधानमंत्री भारत दौरे पर आया है। इसके पहले प्रधानमंत्री कोस्टास करमनलिस जनवरी 2008 में भारत आए थे। 
 
 
 
 
 
2 दिवसीय भारत दौरे पर आए मित्सोटाकिस भारत में होने वाले 9वें रायसीना डायलॉग 2024 के चीफ स्पीकर होंगे, जिसका उद्घाटन PM मोदी करेंगे। गौरतलब है कि रायसीना डायलॉग वैश्विक मुद्दों पर चर्चा का मंच है। इसमें मुख्य तौर पर 100 से ज्यादा देशों के विदेश मंत्री बैठक करते हैं। इस साल ग्रीस के PM चीफ गेस्ट हैं। ग्रीस PM के साथ ग्रीस का हाईलेवल डेलिगेशन भी भारत आया है। इसमें बिजनेसमैन भी शामिल हैं। 
 
 
माइग्रेशन को लेकर महत्वपूर्ण समझौता 
 
 
साँझा बयान जारी करते हुए ग्रीस के प्रधानमंत्री किरिकोस मित्सोटाकिस ने कहा कि, 'ग्रीस और भारत कई मायनों में एक दूसरे के बेहद करीब हैं। हमारे साझा मूल्य उस पुल के रूप में काम करते हैं जो हमें एक दूसरे के करीब लाता है।' उन्होंने कहा कि ग्रीस दुनिया का सबसे पुराना लोकतंत्र है और भारत सबसे बड़ा लोकतंत्र। हम एक-दूसरे के साथ साझेदारी बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।' उन्होंने कहा कि पिछले साल दोनों देशों के बीच कृषि और रक्षा के क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण समझौते हुए थे। इस साल हम माइग्रेशन को लेकर समझौते पर काम कर रहे हैं। यह अवैध प्रवासियों को रोकने और मानव तस्करी से लड़ने जैसे मुद्दों पर हमारे सहयोग को मजबूत करेगा। साथ ही इससे युवा भारतीयों को ग्रीस आकर काम करने और हमारी अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान देने के नए अवसर मिलेंगे।'
 
 
 
 
 
UNSC में भारत का समर्थन 
 
 
ग्रीस के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस ने अपने बयान में आगे कहा कि 'हम 2028-29 के लिए UNSC में भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करते हैं। हम संयुक्त राष्ट्र में सुधार के लिए बॉर्डर डायलॉग का भी समर्थन करते हैं। मैं पहली बार आधिकारिक दौरे पर भारत आया हूं। PM मोदी के साथ मिलकर हम अपने द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने का काम करते रहेंगे।
 
 
दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों का लंबा इतिहास
 
 
वहीं ग्रीस के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस से मुलाकात और गंभीर विषयों पर चर्चा के बाद PM मोदी ने भी अपना बयान जारी किया। PM मोदी ने अपने बयान में कहा कि 'दो पुरानी और महान सभ्यताओं के तौर पर भारत और ग्रीस के बीच गहरे सांस्कृतिक संबंधों का एक लंबा इतिहास है। 2500 सालों तक दोनों देशों के लोग व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों के साथ ही आइडियाज भी एक्सचेंज करते आए हैं। हमने इन संबंधों को आधुनिक बनाने के लिए कई नई पहलों पर सहमति बनाई है।' PM मोदी ने आगे कहा कि 'मुझे भारत में प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस और उनके डेलीगेशन का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है। ग्रीक प्रधानमंत्री 16 सालों बाद भारत दौरे पर आए हैं। यह एक ऐतिहासिक मौका है। यह खुशी की बात है कि हम 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।' 
 
 
 
 
 
इंडो-पैसिफिक में ग्रीस की सक्रिय भागीदारी 
 
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने बयान में आगे कहा कि 'हम इंडो-पैसिफिक में ग्रीस की सक्रिय भागीदारी और सकारात्मक भूमिका का स्वागत करते हैं। यह खुशी की बात है कि ग्रीस ने इंडो-पैसिफिक ओशन्स इनिशिएटिव में शामिल होने का फैसला किया है।' उन्होंने कहा कि 'हम इस बात पर सहमत हैं कि सभी विवादों और तनावों को बातचीत और कूटनीति के माध्यम से हल किया जाना चाहिए। भारत इंडो पैसिफिक में स्थिरता और सुरक्षा के मुख्य स्तंभों में से एक है। अगले साल भारत और ग्रीस के बीच राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे हो जाएंगे।'  
 
 
भारत और ग्रीस के बीच रक्षा क्षेत्रों को लेकर PM मोदी ने कहा कि 'रक्षा के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच बढ़ता सहयोग हमारे गहरे आपसी विश्वास को दर्शाता है। इस क्षेत्र में काम करने के लिए वर्किंग ग्रुप का गठन किया गया है। इससे हम रक्षा, साइबर सुरक्षा, आतंकवाद और समुद्री सुरक्षा जैसी आम चुनौतियों में सहयोग बढ़ा सकते हैं। हम दोनों देशों के रक्षा क्षेत्रों को जोड़ने पर सहमत हुए हैं। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और ग्रीस की चिंताएं एक जैसी हैं। इस क्षेत्र में अपने सहयोग को और मजबूत करने के लिए हमने चर्चा की है।'