आज पाकिस्तान को उसकी अपनी ही हरकतों के कारण हर बार वैश्विक मंचों पर शर्मिन्दा होना पड़ता है। हाल ही में ब्रिटेन की संसद में कश्मीरी पत्रकार याना मीर ने पाकिस्तान की धज्जियाँ उधेड़ कर रख दी है। उन्होंने साफ़ और स्पष्ट शब्दों में पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए ये नसीहत दे डाली कि पाकिस्तान जम्मू कश्मीर और भारत के खिलाफ दुनिया भर में जो दुष्प्रचार फैलाता है उस पर रोक लगाए। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि धूमिल करने के कुत्षित प्रयास के लिए पाकिस्तान को जमकर फटकार भी लगाई है। ब्रिटेन की संसद से याना मीर ने साफ़ शब्दों में कहा कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और वहां वे और जम्मू कश्मीर के अन्य लोग पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
'मैं मलाला यूसुफजई नहीं...'
दरअसल 22 फरवरी को POJK संकल्प दिवस के अवसर पर ब्रिटेन की संसद में जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम को ही संबोधित करते हुए कश्मीर की युवा महिला पत्रकार याना मीर ने भाषण देते हुए पाकिस्तान को जमकर फटकार लगाई। याना मीर की बातों पर ब्रिटिश संसद तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। याना मीर ने अपनी स्पीच में मलाला यूसुफजई का जिक्र करते हुए कहा कि 'मैं मलाला यूसुफजई नहीं हूँ, जो अपना देश छोड़कर भाग जाऊं। मैं भारत और अपनी मातृभूमि कश्मीर में जोकि भारत का अभिन्न अंग है वहां पूरी तरह से सुरक्षित और स्वतंत्र हूँ। मुझे कहीं भागने की जरुरत नहीं।' उनके इस बयान पर वहां उपस्थित सभी विशिष्ट जनों ने जमकर तालियां बजाईं। याना मीर लंदन में ब्रिटेन की संसद की ओर से आयोजित 'संकल्प दिवस' में बोल रही थीं। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मीडिया समुदाय से जम्मू-कश्मीर के लोगों को विभाजित करना बंद करने का आग्रह भी किया।
यहाँ तक कि याना मीर ने विदेशी सरजमीं से ही विदेशी मीडिया को भी नसीहत दे डाली। अक्सर विदेशी मीडिया द्वारा जम्मू कश्मीर को लेकर फैलाये जा रहे अफवाहों पर भी उन्होंने आपत्ति जताई। इस दौरान याना मीर ने विदेशी मीडिया को नशिहत देते हुए कहा कि 'मैं सोशल मीडिया और अंतरराष्ट्रीय मीडिया के ऐसे सभी टूलकिट सदस्यों पर आपत्ति जताती हूँ, जिन्होंने कभी भी भारत के जम्मू कश्मीर में आने की जहमत नहीं उठाई। लेकिन वे विदेश में ही बैठकर वहां से जम्मू कश्मीर को लेकर फर्जी उत्पीड़न की कहानियां गढ़ते हैं। 'मैं आपसे आग्रह करता हूं कि धर्म के आधार पर भारतीयों का ध्रुवीकरण बंद करें। हम आपको हमें तोड़ने नहीं देंगे।' उन्होंने आगे कहा कि आतंकवाद के कारण हमारी हजारों कश्मीरी माताएं पहले ही अपने बेटों को खो चुकी हैं। अब हमारे पीछे आना बंद करें और मेरे कश्मीरी समुदाय को शांति से रहने दें। धन्यवाद और जय हिंद।'
कौन हैं याना मीर ?
याना मीर का जन्म 12 अप्रैल को कश्मीर संभाग के अनंतनाग जिले में हुआ था। याना मीर के दादा जी जम्मू कश्मीर पुलिस में थे। याना के एक चाचा जी भी थे जो गाँव के सरपंच थे जिनकी आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। याना ने अपनी शुरूआती पढ़ाई जम्मू कश्मीर से पूरी की इसके बाद वे दिल्ली यूनिवर्सिटी और मुंबई से अपनी आगे की पढ़ाई की।फ़िलहाल याना एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार के तौर पर लोगों की सेवा में जुटी हैं। याना के नाम एक और बड़ी उपलब्धि है वो ये कि याना पहली महिला कश्मीरी यूट्यूब व्लॉगर हैं, जो राजनीति पर रिपोर्ट करती हैं।
याना मीर कश्मीर घाटी के युवा और महिला सशक्तिकरण संगठन, ऑल जेके यूथ सोसाइटी की उपाध्यक्ष भी हैं। याना मीर दूरदराज के गांवों में पर्सनल हाइजीन पर काम करती हैं। वह ग्रामीण महिलाओं को फ्री सैनिटरी पैड भी बांटती हैं। वह अकसर विभिन्न टीवी चैनलों और न्यूज डिबेट में विस्थापित कश्मीर हिन्दू समुदाय के अधिकारों के लिए आवाज उठाती नजर आती हैं। एक पत्रकार के रूप में अपना करियर बनाने से पहले उन्होंने कुछ समय एक विदेशी एयरलाइंस में एयर होस्टेस का काम भी किया। साथ ही उन्होंने कश्मीर का पहला फैशन शो आयोजित किया था, जो स्थानीय कलाकारों को प्रमोट करने के लिए था।