पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट में भारतीय वायु सेना ने 26 फरवरी 2019 को एयर स्ट्राइक कर कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था। वायुसेना के इस हमले में इटैलियन पत्रकार फ्रांसेस्का मैरिनो ने दावा किया था कि करीब 170 से अधिक आतंकी मारे गए। हालाँकि वो बात अलग है कि अपने ही देश में विपक्षी दलों द्वारा सेना के इस पराक्रम पर सवाल खड़े किए और सबूत भी मांगे। लेकिन सबूत ना सिर्फ कुछ दिनों बाद पाकिस्तान ने खुद दे दिया बल्कि इटैलियन पत्रकार फ्रांसेस्का मैरिनो ने भी अपनी रिपोर्ट में AirStrike का दावा करते हुए आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि की। बहरहाल देश के विपक्षी नेता बावजूद इसके पाकिस्तान की भाषा बोलते रहे जैसे मानों इस हमले से सबसे ज्यादा दर्द उन्हें ही हुआ है।
पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान और पाकिस्तानी सेना के अधिकारी लगातार भारत की इस एयर स्ट्राइक को नकारते रहे। लेकिन इस घटना के बाद न्यूज़ चैनल ''आज तक'' की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने पाकिस्तान के बालाकोट के पास के मस्जिद और अन्य लोगों से बातचीत कर काफी महत्वपूर्ण जानकारी जुटाई। जिसके आधार पर इस हमले को लेकर कई सनसनीखेज खुलासे हुए। हम आज तक की रिपोर्ट से सीधा उन बातचीत को आपके सामने लेकर आ रहे हैं जिसमें वहाँ पर जान और माल के नुकसान के बारे में वहाँ के लोकल लोग खुलकर बातें कर रहे थें।
बालाकोट में प्रतिबंधित आतंकी संगठन 'जैश' के ठिकाने (जिसे भारतीय वायुसेना ने तबाह किया) के पास ही मस्जिद में काम करने वाले मोहम्मद नईम ने इंडिया टुडे के इंवेस्टीगेटिव रिपोटर्स को बताया कि 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना के एयर स्ट्राइक में कुछ पाकिस्तानी सैनिक भी मारे गए।
नईम ने SIT को फोन पर अपनी पहचान की पुष्टि करते हुए कहा, ‘मैं सेहरी की नोर मस्जिद से बोल रहा हूं।’
रिपोर्टर ने नईम से जानना चाहा, ‘भारत के एयर स्ट्राइक में कितने लोग मारे गए ?’
नईम ने अपने स्थानीय फोन (नंबर 312-557XXXX) पर कहा, ‘मैंने देखा जो पढ़ा, पाकिस्तानी सेना के 4 या 5 लोग मारे गए।’
रिपोर्टर- ‘पाकिस्तानी सेना ?’
नईम- ‘हां, सेना के लोग भी (मारे गए)।’
रिपोर्टर- ‘क्या आप पक्के तौर पर कह रहे हैं कि वो मारे गए...’
नईम- ‘हां...हां.’
नईम ने जो भी कहा उससे संकेत यही मिलता है कि जैश कैम्प को पाकिस्तानी सैनिक सुरक्षा दे रहे थे। और इसमें कोई दोराय भी नहीं है कि पाकिस्तान में बैठे आतंकियों को ISI और पाकिस्तानी आर्मी का संरक्षण प्राप्त है। उन्हीं के आदेश पर वो हमेशा भारत में अशांति फैलाने के लिए तैयार रहते हैं।
इसके बाद SIT ने बालाकोट के पास ही स्थित एक और मस्जिद के इमाम रहमान से संपर्क किया। रहमान ने भारतीय वायुसेना की बमबारी को ‘क़यामत का मंज़र’ बताया। रहमान ने जैश के ठिकाने वाली इमारत को एयर स्ट्राइक में भारी नुकसान होने की पुष्टि की। रहमान ने अपने फोन (नंबर 312-580XXXX) से कहा, ‘वहां एक इमारत को नुकसान पहुंचा, हां हर कोई जाग गया था, धमाकों की आवाज़ इतनी तेज़ थी कि हर कोई घर से बाहर आ गया। चार से पांच धमाके हुए, हर कोई डर गया था। ये क़यामत का मंज़र था।’
पाकिस्तान लगातार इस बात से इनकार करता रहा है कि अमेरिका में बने लड़ाकू विमानों का उसने इस्तेमाल किया जबकि भारत ने पाकिस्तान के गिराए गए F-16 विमान से दागी गई मिसाइल के एक टुकड़े को दुनिया के सामने सार्वजनिक किया था। POJK के एक पुलिस अधिकारी ने SIT से फोन पर वादा किया कि एलओसी के ऊपर हवा में विमानों के टकराव के दौरान पाकिस्तान के F-16 विमान का जहां मलबा गिरा था, वो वहां जाकर उस जगह की घेराबंदी और सुरक्षा की जिम्मेदारी करेगा।
पाकिस्तान अधिक्रांत जम्मू कश्मीर (PoJK) के भिंबर से सच सामने आ गया जब वहां के पुलिस स्टेशन को SIT के रिपोर्टर ने खुद को पाकिस्तानी सेना का खुफिया अधिकारी बता कर फोन किया। फोन उठाने वाले पुलिस अधिकारी ने खुलासा किया कि पाकिस्तानी सेना ने पूरे सुरक्षा विभाग को पाकिस्तान के गिरे लड़ाकू विमान के बारे में कोई भी जानकारी किसी को ना देने का आदेश दिया था।
रिपोर्टर- ‘किसने तुम्हें ये आदेश दिए?’
पुलिस अधिकारी ने जवाब दिया- ‘सर, ये फैसला हमारे वरिष्ठ अधिकारियों की सेना के अधिकारियों के साथ बैठक में लिया गया।’ पाकिस्तान ने बालाकोट में भारतीय वायुसेना के हमले के बाद तनाव बढ़ने की स्थिति में F-16 को तैनात किया था। जबकि ये उस समझौते का खुला उल्लंघन है जिसके तहत उनका इस्तेमाल पाकिस्तान को सिर्फ आतंक विरोधी ऑपरेशन्स में ही करना था।
भिंबर के पुलिस अधिकारी ने विमान के मलबे की मौजूदगी से इनकार नहीं किया। उसने कमान का आदेश मानने के लिए हामी भरी जब उसे उस जगह पर जाकर वहां की सुरक्षा करने के लिए कहा गया जहां भारतीय लड़ाकू विमान की ओर से गिराए विमान का मलबा गिरा था।
रिपोर्टर ने अधिकारी से कहा, ‘मैं कैप्टन हनीफ़ हूं। उस जगह पर जाओ जहां पाकिस्तानी जेट गिरा था और ये पक्का करो कि कोई भी विदेशी पत्रकार वहां ना जाने पाए.’
पुलिस अधिकारी- ‘ओके’
रिपोर्टर- ‘मैं उस जगह की बात कर रहा हूं जहां पाकिस्तानी जेट गिरा था। किसी को भी ये पता नहीं चलना चाहिए कि हमारा विमान गिरा था।’
पुलिस अधिकारी- ‘ओके, ओके’।
Inputs from Aaj Tak