इलेक्टॉरल बांड पर पहली बार खुलकर बोले PM मोदी ; विपक्ष से पूछे तीखे सवाल

    01-अप्रैल-2024
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modi on ELECTORAL BOND
 
Electoral Bond : चुनावी बॉन्ड को लेकर पक्ष विपक्ष में जारी आरोप प्रत्यारोप के बीच पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विषय पर बड़ा बयान दिया है. प्रधानमंत्री मोदी ने एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा कि हम चुनावी बॉन्ड लेकर आए इसलिए आज राजनीतिक दलों को मिलने वाले फंड के स्रोत का पता लग पा रहा है. वर्ना आज से पहले कुछ भी पता नहीं चलता था. पीएम मोदी ने 'थांथी टीवी' को दिए साक्ष्ताकार में कहा कि आज जो लोग चुनावी बांड पर बयानबाजी कर रहे हैं क्या कोई एजेंसी हमें बता सकती है कि 2014 से पहले चुनावों में कितना पैसा खर्च किया गया था? लेकिन आज चुनावी बांड की बदौलत अब हम फंडिंग के स्रोत का पता लगा सकते हैं. ''
 
 
'थांथी टीवी' के पत्रकार ने पीएम मोदी से सवाल किया कि क्या चुनावी बॉन्ड डेटा के जारी होने से बीजेपी को कोई झटका लगा या इससे भाजपा को कोई नुकसान हुआ ? तो इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि ''मैंने ऐसा क्या किया है कि कोई झटका लगेगा? मुझे यकीन है कि जो लोग आज Electoral बांड पर हंगामा कर रहे हैं, उन्हें पछतावा होगा. पीएम ने कहा कि मैं सभी विशेषज्ञों से पूछना चाहता हूं कि कौन सी एजेंसी 2014 से पहले चुनावों में इस्तेमाल किए गए धन का पता लगा सकती है. आज से पहले के चुनावों में भी कुछ पैसे खर्च तो हुआ ही होगा. लेकिन क्या उसका कोई डाटा किसी के पास है. लेकिन आज हम चुनावी बॉन्ड लेकर आए और इसलिए आज आप जानते हैं कि किसने किसको कितना फंड दिया.''
 
 
 
 
 
गौरतलब है कि राजनीतिक दलों की फंडिंग की सुविधा के लिए 2017 में मोदी सरकार द्वारा चुनावी बॉन्ड योजना लाई गई थी. इस साल 15 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बॉन्ड योजना को रद्द कर दिया था और चुनाव आयोग को डेटा जारी करने का निर्देश दिया था. चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर SBI की तरफ से मिले डाटा को 14 मार्च को अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया. इलेक्टोरल बॉन्ड डेटा सामने आने के बाद कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने भाजपा को घेरा. हालाँकि इस मुद्दे पर भाजपा ने भी कांग्रेस से तीखे सवाल किये लेकिन विपक्ष उन सवालों पर बात करने से अलग भाजपा पर आक्रामक रहा.
 
 
चुनावी बॉन्ड से किसे कितना चंदा ?
 
 
आंकड़ों के अनुसार फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज नामक कंपनी ने सबसे ज्यादा राशि 1,368 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे और उसके बाद मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने 966 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे. शीर्ष 10 व्यक्तिगत दानदाताओं की ओर से खरीदे गए 84 फीसद चुनावी बॉन्ड बीजेपी को मिले. हाल में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक कार्यक्रम में बताया था कि बीजेपी को लगभग 6000 करोड़ रुपये के बॉन्ड मिले हैं. कुल बॉन्ड 20,000 करोड़ के हैं. उन्होंने कहा था कि TMC को 1600 करोड़, कांग्रेस को 1400 करोड़ और BRS को 1200 करोड़ के बॉन्ड मिले. BJD को 775 करोड़ और DMK को 639 करोड़ के बॉन्ड मिले.