जम्मू कश्मीर में फिर टारगेट किलिंग ; बिहार के युवक की हत्या, पढ़ें अब तक की अन्य घटनाएं

    18-अप्रैल-2024
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Target killing in anantnag
 

Target Killing : 19 अप्रैल को जम्मू कश्मीर में पहले चरण का चुनाव होना है, जिसे लेकर तैयारियां जोरो पर है। लेकिन चुनाव से ठीक पहले शांति व्यवस्था को चुनौती देते हुए गत बुधवार देर शाम आतंकियों ने टार्गेट किलिंग की घटना को अंजाम दिया है। दरअसल गत बुधवार देर शाम दक्षिण कश्मीर संभाग के अनंतनाग जिले में आतंकियों ने बिहार के एक युवक की ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी। टार्गेट किलिंग की यह घटना अनंतनाग जिले के जबलीपोरा इलाके में हुई। आतंकियों द्वारा मारे गए युवक की पहचान राजू शाह क रूप में हुई है। आतंकियों ने इस घटना को अंजाम देने के तुरंत बाद मौके से फरार हो गए। जिनकी धर पकड़ के लिए हर तरफ सघन तलाशी अभियान जारी है।

 
 रेहड़ी की दुकान लगाता था राजू
 

आतंकी हमले में मारा गया युवक अपने परिवार के साथ जबलीपोरा इलाके में ही किराए के मकान पर रहता था। वो वहां एक रेहड़ी लगाता था। घटना को लेकर आसपास के लोगों ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि कुछ आतंकी उसकी रेहड़ी पर आए और अभी कुछ समझ आता उससे पहले ही फायरिंग शुरू कर दी। हमले के बाद चारों तरफ अफरा तफरी मच गई। घटना को अंजाम देने के बाद वे आतंकी फरार हो गया। इधर राजू के गर्दन और पेट में गोलियां लगीं थीं। दर्द से तड़पते हुए हालत में उसे लेकर अस्पताल पहुँचाया जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस तथा सीआरपीएफ के अधिकारी व जवान मौके पर पहुंचे। खोजी कुत्तों की मदद से पूरे इलाके में तलाशी अभियान जारी है।

 
 
अब तक हुईं टार्गेट किलिंग की अन्य घटनाएँ 
 

जम्मू कश्मीर में आतंकी टार्गेट किलिंग की घटनाओं के तहत लगातार गैर कश्मीरियों को अपना निशाना बना रहे हैं। अनंतनाग में बिहार निवासी राजू की हत्या इस साल का गैर कश्मीरियों पर तीसरा हमला है। 7 फरवरी को श्रीनगर में आतंकियों ने पंजाब के अमृतसर निवासी अमृतपाल सिंह व रोहित मशी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हमले में रोहित घायल हुआ था जिसने 8 फरवरी को दम तोड़ दिया था। 8 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के बीच ही आतंकियों ने शोपियां जिले में गैर कश्मीरी कैब चालक परमजीत सिंह को गोली मारकर घायल कर दिया था। अब 17 अप्रैल को आतंकियों ने तीसरी घटना को अंजाम दिया है। वो भी लोकसभा चुनाव के पहले चरण से ठीक पहले।


जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में 7 फरवरी 2024 को आतंकियों ने हब्बा कदल इलाके में सिख समुदाय के 2 लोगों को AK-47 से हमला कर हत्या कर दी थी। अमृतसर के रहने वाले अमृत पाल (31) की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं अमृतसर के ही रहने वाले रोहित (25) को पेट के बायीं तरफ गोली लगी थी। जिनकी अगले दिन इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इसके अलावा 26 फरवरी 2023 की सुबह आतंकियों ने पुलवामा में एक कश्मीरी हिन्दू संजय शर्मा की हत्या कर दी थी। वो अपने गांव के एक बैंक में गार्ड का काम करते थे। सुबह के वक्त वह ड्यूटी से लौट रहे थे। तभी आतंकियों ने उन पर फायरिंग की थी। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में 29 मई 2023 को आतंकियों ने एक नागरिक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मरने वाले की पहचान दीपक कुमार (दीपू) के रूप में हुई थी।


दीपक जम्मू के उधमपुर का रहने वाला था और अनंतनाग के जंगलात मंडी में सर्कस मेले में काम करता था। वह नगर से पानी लेने गया, तभी आतंकियों ने उसे बहुत पास से गोली मार दी। उसके भाई ने बताया था कि 26 साल का दीपक परिवार में इकलौता कमाने वाला था। घटना के एक दिन पहले ही उससे फोन पर बात हुई थी। उसने कहा था कि घर खर्च के लिए कुछ पैसे भेजेगा। भाई ने कहा कि पिछले चार साल से मेरी आंखें खराब हैं। मेरे पिता को दिखाई नहीं देता है, वे काम नहीं कर सकते। हम न्याय चाहते हैं। वारदात के विरोध में अनंतनाग सिविल सोसाइटी ने अनंतनाग में विरोध प्रदर्शन किया था। कश्मीर के शोपियां के चौधरीगुंड गांव में 15 अक्टूबर 2022 को आतंकियों ने पूरन कृष्ण भट्ट पर फायरिंग की थी। गंभीर रूप से घायल पूरन को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। अगस्त 2022 में भी शोपियां के छोटीगम गांव के सेब के बाग में एक कश्मीरी हिन्दू की हत्या कर दी गई थी। हालाँकि इसके अलावा भी कई अनेक टारगेट किलिंग की घटनाएँ गत 2 वर्षों में देखने को मिली है।