कांग्रेसी नेता मणिशंकर अय्यर का फिर जागा पाकिस्तान प्रेम ; बोलें - 'पाकिस्तान को इज्जत दे भारत उसके पास परमाणु बम'

    10-मई-2024
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Congress Mani shankar ayyar pakistan
 
पाकिस्तान के प्रति कांग्रेसी नेताओं का नरम रुख अक्सर देखने को मिलता रहा है। अब एक बार फिर देश में चल रहे लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस नेता मणि शंकर अय्यर का पाकिस्तान प्रेम उजागर हुआ है। मणिशंकर अय्यर की एक 2 से 3 माह पुरानी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। वीडियो में मणिशंकर अय्यर एक समाचार चैनल को दिए अपने साक्षात्कार में ये कहते नजर आ रहे हैं कि भारत को पाकिस्तान से बातचीत शुरू करनी चाहिए क्योंकि पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार है। यानि अपने इस बयान से मणिशंकर अय्यर यह साबित करना चाहते हैं कि भारत को पाकिस्तान के परमाणु बम से डरकर आतंकवाद के सबसे बड़े पनाहगार पाकिस्तान से बातचीत और रिश्तों को सुधारने का काम शुरू कर देना चाहिए। 
 
 
अय्यर ने बताया कैसे खत्म होगा आतंकवाद  
 
 
अपने टीवी इंटरव्यू के दौरान मणिशंकर अय्यर कहते हैं कि ''मुझे समझ नहीं आता कि मोदी सरकार पाकिस्तान के प्रति इतना सख्त रूप क्यों अपनाती है, मोदी सरकार ये क्यों कहती है कि हम पकिस्तान के साथ बातचीत नहीं करेंगे। मुझे लगता है कि भारत को पाकिस्तान को इज्जत देनी चाहिए। भारत को यह सोचना चाहिए कि पाकिस्तान के पास भी परमाणु हथियार है अगर कोई सिरफिरा आया तो हम पर इसका इस्तेमाल कर सकता है।' अय्यर आगे कहते हैं कि पाकिस्तान में आतंकवाद है यही सोचकर बातचीत ख़त्म करना सही नहीं है। ये समझना जरुरी है कि आतंकवाद को ख़त्म करने के लिए बातचीत जरुरी है। अगर भारत ऐसा नहीं करता तो पाकिस्तान सोचेगा कि भारत दुनिया में हमें छोटा दिखा रहा है। ऐसे में पाकिस्तान में कोई भी सिरफिरा इंसान परमाणु बम का इस्तेमाल कर सकता है।
 
 
पाकिस्तान के प्रति प्रेम में मणिशंकर यहीं नहीं रुकें वो यहाँ तक कह गए कि ''पाकिस्तान भी एक संप्रभु राष्ट्र है। उनकी भी अपनी इज्जत है। उनकी इज्जत को कायम रखते हुए उनसे जितनी कड़ी बात करनी है करो, लेकिन भारत पाकिस्तान से बात तो करे। लेकिन आप तो बंदूक लेकर घूम रहे हो। उससे क्या हल मिला…कुछ नहीं। बल्कि तनाव और बढ़ता जाता है।'' मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए मणिशंकर अय्यर कहते हैं कि पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार की ओर से पाकिस्तान से बातचीत करने की दिशा में कोई प्रयास नहीं किया गया है। यह उचित नहीं है।'' 
 
 
 
 
 
किन मुद्दों पर हो बातचीत ?  
 
 
यानि मणिशंकर अय्यर की मानें तो भारत को पाकिस्तान के सामने झुंक जाना चाहिए और बातचीत करनी शुरू कर देनी चाहिए। लेकिन इन सब के बीच मणिशंकर अय्यर ने यह नहीं बताया कि आखिरकार भारत किन मुद्दों पर बातचीत करे ? किन मुद्दों को लेकर भारत पाकिस्तान के साथ चर्चा की टेबल पर बैठे ? क्योंकि भारत के पास जो मुख्य और वास्तविक मुद्दे हैं उनपर पाकिस्तान तो बात करना ही नहीं चाहता। पाकिस्तान सिर्फ जम्मू कश्मीर पर अपना राग अलापता है जोकि यह सर्वविदित है कि सम्पूर्ण जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। यहाँ तक कि कांग्रेस शासन काल में पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर के जिन हिस्सों पर अपना अवैध कब्ज़ा कर लिया और कोई एक्शन तक नहीं लिया गया वो POJK का हिस्सा भी भारत का अभिन्न अंग है। पाकिस्तान जिस जम्मू कश्मीर की बात आज तक करता आया है, वो मसला 5 अगस्त 2019 को ही केंद्र की मोदी सरकार द्वारा ख़त्म कर दिया गया था। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 व 35A की समाप्ति के बाद से ही जम्मू कश्मीर पर कोई बातचीत बाकी ही नहीं रह जाती। जिस अनुच्छेद 370 के कारण जम्मू कश्मीर की जनता अलगाववाद और आतंकवाद की आग में 7 दशकों तक झुलसती रही मणिशंकर अय्यर को याद रखना चाहिए कि वो बिमारी भी कांग्रेस की ही देन थी। 
 
 
अय्यर का बयान भाजपा के लिए वरदान 
 
 
लिहाजा अब पाकिस्तान और पाकिस्तान समर्थित चंद नेताओं को यह तय करना होगा कि पाकिस्तान किस मुद्दे पर बातचीत करना चाहता है। क्योंकि केंद्र की मोदी सरकार ने तो स्पष्ट कर दिया है कि अब जो भी बात होगी वो आतंकवाद के खात्में और POJK पर होगी। वो POJK जो 7 दशक से पाकिस्तान के अवैध कब्जे में हैं, जहाँ कि प्राकृतिक संसाधनों का पाकिस्तान दोहन करता आ रहा है। जहाँ कि जनता पर पाकिस्तानी सेना अत्याचार करती आ रही है। चुनाव के दौरान इस तरह से पाकिस्तान के पक्ष में कांग्रेसी नेताओं की बयानबाजी कांग्रेस का पाकिस्तान के प्रति नरम रवैये को दर्शाता है। ऐसा पहली बार नहीं है जब मणिशंकर अय्यर जैसे नेता पाकिस्तान का गुणगान कर रहे हों, बल्कि ऐसा अक्सर देखा जाता रहा है। और कहीं न कहीं कांग्रेस का यही नरम रुख पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को फलने फूलने में मदद करता है। बहरहाल चुनाव के दौरान इस तरह का बयान भाजपा के लिए वरदान साबित होगा। भाजपा इन्हीं बयानों को आधार बनाकर कांग्रेस को देश के सामने बेनकाब करने की कोशिश करेगी।
 
 
इससे पहले के बयान  
 
 
मणिशंकर अय्यर जैसे नेता अक्सर ऐसे बयान देते रहते हैं जो देश के विरुद्ध हो। मणिशंकर के अलावा फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ़्ती जैसे लोग भी इस लिस्ट में शामिल हैं जो पाकिस्तान के प्रति प्रेम जाहिर करने के लिए अक्सर लालायित रहते हैं। मणिशंकर अय्यर इसी साल फरवरी में पाकिस्तान गए थे। वे यहां लाहौर के अलहमरा में फैज महोत्सव में शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने कहा था- ''धार्मिक कट्टरवाद में पाकिस्तान की नकल करने की कोशिश कर रहा भारत, खुद को 'हिंदू राष्ट्र' बनाना चाहता है।'' उन्होंने कहा था- ''मैं एक्सपीरिएंस से कह सकता हूं कि पाकिस्तानी ऐसे लोग हैं, जो शायद दूसरे पक्ष के रिएक्ट करने पर ओवरिएक्ट करते हैं। अगर हम दोस्ताना हैं, तो वे बहुत ज्यादा दोस्ताना होते हैं। अगर हम दुश्मनी दिखाते हैं, तो वे और भी ज्यादा दुश्मनी दिखाते हैं।''
 
 
यानि यहाँ भी पाकिस्तान की धरती पर पहुँच कर उसका ही गुणगान और भारत की बुराई कर के चले आए। यहाँ अय्यर यह कहने का प्रयास करते नजर आ रहे हैं कि भारत ही हमेशा हमला करता आया है। बाकि यह दुनिया जानती है कि भारत की नियत कभी भी हमला करने की नहीं रही बल्कि खुद पर हमला होने के बाद भारत उसका जवाब देता है। लेकिन मणिशंकर अय्यर जैसे नेताओं का यही बयान दर्शाता है कि वे भारत से ज्यादा पाकिस्तान की चिंता करते हैं। शायद यही कारण है कि कांग्रेस शासन काल में आतंकवादियों और अलगाववादियों का मनोबाल बढ़ा रहता है। कांग्रेस के इसी नरम रुख का असर था कि यासीन मलिक जैसे आतंकियों का प्रधानमंत्री कार्यालय में स्वागत किया जाता था।
 
 
भाजपा नेताओं का हमला
 
 
वहीं मणिशंकर अय्यर के पाकिस्तान प्रेम वाले इस बयान पर भारत सरकार के केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने जमकर हमला बोला है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि 'कांग्रेस नेता भारत में रहते हैं, लेकिन उनका दिल पाकिस्तान में रहता है। पाकिस्तान में इतनी हिम्मत कि हिंदुस्तान की तरफ आंख उठाकर भी देखे। भारत जानता है कि मुंहतोड़ जवाब कैसे देना है।' इसके अलावा भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी मणिशंकर अय्यर को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस का 'पाकिस्तान प्रेम' रुकने का नाम नहीं ले रहा है। 'प्रथम परिवार' के करीबी मणिशंकर अय्यर बाहुबल और ताकत का प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस की लिस्ट देखिए- उन्हें सबसे पहले पाकिस्तान से समर्थन मिला। 26/11 में कसाब को क्लीन चिट दी गई। कांग्रेस का हाथ पाकिस्तान के साथ है।'