POJK में पाकिस्तान के विरुद्ध जोरदार प्रदर्शन ; जान बचाकर भागती नजर आई पाकिस्तानी आर्मी

    10-मई-2024
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POJK Protest against pakistan army
 
पाकिस्तान अक्सर अंतर्राष्ट्रीय मंचों से भारत के खिलाफ मानवाधिकार हनन को लेकर फर्जी गवाही देता रहता है। लेकिन पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले जम्मू कश्मीर यानि POJK में जिस तरह से पाकिस्तानी सेना बीते 7 दशकों से लोगों के अधिकारों का हनन कर रही है, इस पर कुछ नहीं कहता। ना ही मानवाधिकार की दुहाई देने वाली अंतर्राष्ट्रीय संगठन इन अत्याचारों पर कोई बयान देती हैं। अब एक बार फिर पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले जम्मू कश्मीर के दादयाल में स्थानीय लोगों का पाकिस्तानी सेना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। यहाँ अपने अधिकारों की मांगों को लेकर शांति पूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पाकिस्तानी आर्मी ने बल का प्रयोग किया है। इस कार्रवाई में कई लोग घायल बताये जा रहे हैं। इसके अलावा स्कूली छात्र छात्रों पर भी पाकिस्तानी सेना ने आंसू गैस के गोले दागे हैं।
 
 
 
 
 
POJK में पाकिस्तानी आर्मी की फ्रंटियर कॉप्स और रेंजर सेना की लामबंदी को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी यानि (JAAC) ने अपने अधिकारों की मांगों को लेकर 11 मई को PoJK के मुजफ्फराबाद में एक विशाल प्रोटेस्ट मार्च निकालने का ऐलान किया है। जिसके मद्देनजर राज्य सरकार ने CAF और पंजाब पुलिस की अतिरिक्त टुकड़ियों की मांग की है। राज्यों ने बाहर से सेना तैनात करने और स्थिति से सख्ती से निपटने की योजना बनाई है। जिसके चलते प्रदर्शनकारी भड़क उठे हैं। ज्वाइंट आवामी एक्शन कमेटी के नेताओं ने फैसला किया है कि 11 मई की घटना को बलपूर्वक विफल करने की सरकार की किसी भी कोशिश का पुरजोर विरोध किया जाएगा।
 
 
 
 
 
पाकिस्तान में तेजी से बढती महंगाई, बिजली की समस्या, खाद्य पदार्थों, अनेक प्रकार के टैक्स और भुखमरी जैसे हालातों के कारण POJK के लोग बीते लंबे वक्त से सामना कर रहे हैं। इसके अलावा पाकिस्तानी आर्मी POJK के लोगों के साथ लगातार अत्याचार करती आ रही है। उनके संसाधनों का भरपूर उपयोग करती आ रही है। लिहाजा इन्हीं मानवाधिकारों के हनन के खिलाफ स्थानीय लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। यहाँ आय दिन पाकिस्तान से आजादी के नारे लगते हैं। यहाँ के लोग पाकिस्तानी सेना से इस प्रकार ग्रसित हो चुके हैं कि वे अब भारत के साथ मिलने की बात कर रहे हैं। दादयाल में कई स्थानों पर आम नागरिकों और पाकिस्तानी सेना के बीच झड़प देखी गई। जिसमें लोग पाकिस्तानी पुलिसकर्मियों और सैनिकों को मारते हुए नजर आ रहे हैं। 
 
 
 
 
 
यूनाइटेड कश्मीर पीपुल्स नेशनल पार्टी (UKPNP) ने पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले क्षेत्र में गिरफ्तारी और धारा 144 लागू करने की निंदा की। POJK स्थित UKPNP ने भी हाल ही में अली शमरियाज़ सहित कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी और POJK में धारा 144 लागू करने की कड़ी निंदा की। अधिकार समूहों ने उन कैदियों की सुरक्षा के बारे में चिंता जताई, जिन्हें कथित तौर पर पाकिस्तानी सेना द्वारा क्रूरता यातना का शिकार होना पड़ा था। शौकत अली कश्मीरी और नासिर अजीज खान सहित यूकेपीएनपी नेताओं ने शांतिपूर्ण कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई और सुरक्षा बलों की भारी तैनाती पर निराशा व्यक्त की।
 
 
 
 
 
यूकेपीएनपी नेताओं ने सभी गिरफ्तार कार्यकर्ताओं की तत्काल रिहाई की मांग की और संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार संगठनों से पीओजेके में बिगड़ती स्थिति को संबोधित करने के लिए तत्काल हस्तक्षेप करने का आग्रह किया।  आज POJK का यह दृश्य 2019 से पहले जम्मू कश्मीर के दृश्य को दर्शाता हुआ नजर आ रहा है। अर्थात वो वक्त जब पाकिस्तान जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 का फायदा उठाकर आतंकवाद और अलगाववाद की घटनाओं को बढाने का काम करता था। जब पाकिस्तान कश्मीरी युवाओं को बहका कर सेना के ऊपर पत्थरबाजी करने की घटनाओं में शामिल कराता था। लेकिन आज स्थित पूरी तरह से विपरीत है। आज जम्मू कश्मीर में शान्ति व्यवस्था कायम की जा चुकी है वहीँ पाकिस्तानी सेना और सरकार के खिलाफ POJK के लोग सड़कों पर हैं और पाकिस्तानी सेना के अत्याचारों से तंग आकर उन पर पत्थर बरसा रहे हैं। वो दिन दूर नहीं जब भारत का हमारा अपना POJK भारत में खुद वापस मिल जाएगा।