''भारत चाँद पर और हमारे बच्चें आज भी गटर में...'' ; पाकिस्तान की नेशनल असेम्बली में छलका पाकिस्तानी नेता का दर्द

    16-मई-2024
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PakistanEconomic crisis
 
भारत से अलग होकर मुल्क बना पाकिस्तान इन दिनों अपने इतिहास के सबसे कठिनतम दौर से गुजर रहा है। पाकिस्तान की आर्थिक तंगहाली, गरीबी, महंगाई, भुखमरी और राजनीतिक अस्थिरता से पूरी दुनिया वाकिफ है। वहीं दूसरी तरफ भारत आज दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्तव्यवस्था बन चुका है। भारत आज हर दिन नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। भारत का तेजी से बढ़ता ग्रोथ आज आतंकवाद के सबसे बड़े पनाहगार पाकिस्तान के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। यही कारण है कि आज पाकिस्तान के नेता हों या फिर विदेशों में रहने वाले पाकिस्तान के बड़े कारोबारी, आज हर कोई भारत की तारीफ़ करता नहीं थक रहा। हाल ही में पाकिस्तान की नेशनल असेम्बली में मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (MQM-P) पार्टी के नेता सैयद मुस्तफा कमाल (Syed Mustafa Kamal) ने भारत से पाकिस्तान के शिक्षा व्यवस्था (Pakistan Education System) की तुलना की है। सैयद मुस्तफा कमाल ने कहा कि आज भारत चाँद पर पहुँच चुका है और पाकिस्तान में हमारे बच्चें गटर में मर रहे हैं।
 
 
दरअसल पाकिस्तानी नेशनल असेम्बली को संबोधित करते हुए सैयद मुस्तफा कमाल ने कहा कि "30 साल पहले, हमारे पड़ोसी देश भारत ने अपने बच्चों को वह सिखाया जिसकी आज पूरी दुनिया में मांग है। आज विश्व के टॉप 25 कंपनियों के CEO भारतीय हैं। आज अगर भारत तरक्की कर रहा है तो उसकी वजह ये है कि वहां वो सिखाया गया जो जरूरी था। आज भारत तरक्की कर रहा है तो उसकी वजह है भारत की शिक्षा व्यवस्था। जहां पाकिस्तान का IT एक्सपोर्ट आज 7 अरब डॉलर है, वहीं दूसरी तरफ भारत का IT एक्सपोर्ट 270 अरब डॉलर है। यानि जमीन आसमान का अंतर।" भारत के चन्द्र मिशन का जिक्र करते हुए सैयद मुस्तफा कमाल ने कहा कि ‘आज भारत चाँद तक पहुँच चुका है लेकिन दूसरी तरफ पाकिस्तान के बच्चें गटर में गिरकर मर रहे हैं।'
 
 
 
 
 
पाकिस्तान की मौजूदा हालत पर चर्चा करते हुए पाकिस्तानी नेता ने आगे कहा कि पाकिस्तान की साक्षरता दर देखकर यहाँ के नेताओं को नींद नहीं आनी चाहिए। सैयद मुस्तफा कमाल ने मौजूदा स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा कि आज पाकिस्तान में 2 करोड़ ऐसे बच्चे हैं, जो स्कूल तक नहीं जा पा रहे हैं। अगर आज हम सिर्फ इस बात पर ही ध्यान दें, तो भी देश के नेताओं को सुकून से नींद नहीं आनी चाहिए। हालाँकि ऐसा पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान के नेता भारत से खुद की तुलना कर रहे हों बल्कि पाकिस्तान में प्रधानमंत्रियों और सांसदों से लेकर कई लोग अक्सर अपने देश की तुलना भारत से करते रहते हैं। कुछ दिन पहले ही वहां के PM शहबाज शरीफ ने कहा था कि अगर पाकिस्तान मेहनत करे तो भारत और दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्था को पीछे छोड़ सकता है। लिहाजा भारत की बढती साख को देखते हुए पाकिस्तानी नेताओं का हमेशा दुःख सामने आ जाता है। लेकिन पाकिस्तान अपने देश के विकास पर ध्यान देने से ज्यादा भारत में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने और भारत को अस्थिर करने में जुटा रहता है। बावजूद इसके आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था है। शिक्षा, स्वास्थ्य, तकनीक और रक्षा जैसे क्षेत्रों में भारत पाकिस्तान से कहीं गुना ज्यादा आगे है। 
 
 
 भारत vs पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था 
 
 
पाकिस्तान में इस वक्त आर्थिक हालात बेहद खराब हैं। पाकिस्तान की स्थिति डिफ़ॉल्ट होने तक पहुँच चुकी है। IMF से भीख बंद हो जाए तो पाकिस्तान दिवालिया हो जाएगा। पिछले करीब 1 साल में वे IMF से तीन बार कर्ज ले चुके हैं। 30 अप्रैल को IMF से 9.183 हजार करोड़ की आर्थिक मदद मिलने के बाद मई में पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 1.20 लाख करोड़ हो गया। पाकिस्तान में पिछले महीने (अप्रैल 2024) महंगाई दर में 17.3% की गिरावट दर्ज की गई। देश के वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, यह 2 साल में सबसे कम थी। ठीक एक साल पहले मई 2023 में पाकिस्तान में महंगाई दर 38% तक पहुंच गई थी।' इसके अलावा बात करें अगर भारत और पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की तो, जहाँ एक तरफ भारत की अर्थव्यवस्था 3.9 ट्रिलियन डॉलर है, वहीं पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था 377 बिलियन डॉलर है। इसके अलावा भारत में महंगाई दर 5% है तो पाकिस्तान में महंगाई दर 17% है। यानि हर मामले में पाकिस्तान भारत से कोसों दूर है।