
Election 2024 : लोकसभा चुनाव के 5वें चरण में आज यानि 20 मई को 6 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों की 49 सीटों पर मतदान हो रहा है। 5वें चरण में जम्मू-कश्मीर की बारामूला सीट और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की एक मात्र संसदीय सीट पर मतदान हो रहा है। मतदान केन्द्रों के बाहर सुबह से लोगों की लम्बी कतारें नजर आ रही है। उत्तरी कश्मीर संभाग की बारामूला सीट पर दोपहर 1 बजे तक 35.08% मतदान दर्ज किया गया है। जबकि वहीं, लद्दाख में 1 बजे तक 52.02 फीसदी वोटिंग हुई है। आम कश्मीरियों में भारतीय लोकतंत्र के प्रति अलग ही उत्साह नजर आ रहा है।
अनुच्छेद 370 की समाप्ति और जम्मू कश्मीर व लद्दाख को दो अलग केंद्र शासित प्रदेशों में विभक्त करने के बाद यहाँ पहली बार लोकसभा का चुनाव हो रहा है। इस बार न तो अलगाववादियों की ओर से चुनाव बहिष्कार की कोई अपील है और न ही किसी तरह के आतंकी घटनाओं का कोई डर। लिहाजा यही कारण है कि लोकतंत्र के इस पर्व में बांदीपोरा में प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा आतंकी हाशिर पर्रे के पिता ने भी अपना मतदान कर भारतीय लोकतंत्र के प्रति अपनी आस्था प्रकट की है। इसके अलावा इसी बीच आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े उमर के भाई रउफ अहमद लोन ने भी वोट किया।
मतदान करने के साथ-साथ रउफ ने अपने भाई से आतंकवाद को रास्ता छोड़ मुख्य धारा में वापस लौटने के लिए भी अपील की है। रउफ ने अपने भाई से आत्मसमर्पण करने की अपील की है। जानकारी के लिए बता दें कि रउफ अहमद लोन पाकिस्तान प्रायोजित प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी उमर लोन का भाई है। आतंकी उमर लोन आतंकवाद से संबंधित कई मामलों में वांछित है और सुरक्षाबलों के डर से फार है। लोन ने पट्टन में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "मतदान मेरा अधिकार है, इसलिए मैं अपना वोट करने आया हूं। मैं सभी से अपील करता हूं कि वे अपना वोट करें। साथ ही रउफ ने अपने भाई से हथियार छोड़कर अपने परिवार के पास लौटने की अपील की है। लोन ने कहा, "मैं अपने भाई उमर से आत्मसमर्पण करने की अपील करता हूं। यह सभी के लिए बेहतर होगा, वह अपनी मां और परिवार के पास लौट आएगा।" इस साल अप्रैल में उमर की मां ने भी उससे सेना के सामने आत्मसमर्पण करने की अपील की थी।
बहरहाल इस वर्ष चुनाव को ध्यान में रखकर जम्मू संभाग में कश्मीर विस्थापित मतदाताओं के लिए भी 21 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। सोमवार को बारामूला संसदीय सीट के लिए सभी 21 पोलिंग स्टेशनों पर मतदान हो रहा है। इसके अलावा तीन अतिरिक्त एग्जिलरी पोलिंग बूथ स्थापित किए गए हैं। पोलिंग स्टेशनों पर मतदान के लिए आने वाले विस्थापित मतदाताओं में खासा उत्साह देखा गया है। इसमें बारामूला संसदीय सीट के विभिन्न क्षेत्रों से विस्थापित मतदाताओं ने लोकतंत्र के पर्व में शिरकत की। उनका कहना है कि कश्मीरी विस्थापितों की सुरक्षित और सम्मानजनक घाटी में वापसी होनी चाहिए।