घायलों ने बताया रियासी में हुए आतंकी हमले का सच ; जांच के लिए घटना स्थल पर पहुंची NIA की टीम

    10-जून-2024
Total Views |
 
REasi Terror attack
 

All Eyes on Reasi : गत रविवार शाम जम्मू कश्मीर के रियासी में श्रद्धालुओं से भरी बस पर हुए आतंकी हमले को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। हमले में घायल एक शख्स ने मीडिया को बताया कि 'हम वैष्णो माता का दर्शन करने के बाद शिव खोड़ी जा रहे थे। शिव खोड़ी मंदिर में दर्शन करने के बाद वापस लौट रहे थे। 4-5 किलोमीटर बाद हमारी बस पर अचानक गोलियां चलाई गईं। सेना की वर्दी में मुंह बांधे 2 आतंकियों ने हमारी बस को निशाना बनाया। गोलीबारी के कारण हमारी बस खाई में गिर गई जिसमें दर्जनों लोगों की मृत्यु हो गई। घायल शख्स ने बताया कि बस के खाई में गिरने के बाद भी आतंकियों ने गोलीबारी बंद नहीं की।'


जानकारी के मुताबिक, आतंकियों द्वारा किए गए 20 से 25 राउंड फायरिंग में सबसे पहली गोली बस के ड्राईवर को लगी। गोली लगते ही ड्राईवर ने अपना संतुलन खो दिया जिससे कि बस खाई में गिर गई। श्रद्धालु बहुत देर तक खाई में गिरी बस में फंसे हुए थे। जब घटना स्थल पर कुछ स्थानीय लोग पहुंचे तो उन्होंने घायलों को बस से निकालना शुरू किया। साथ ही पुलिस को भी सूचना दी। सूचना मिलने के फौरन बाद सुरक्षाबल घटना स्थल पर पहुंचे और रेस्क्यू अभियान जारी किया। घायल हुए लोगों को फौरन जम्मू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। अस्पताल में उनका इलाज जारी है।

 
 

फिलहाल इस पूरे मामले की जांच NIA को सौंप दी गई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम पुलिस की मदद करने और जमीनी हालात का आकलन करने के लिए जम्मू संभाग के जिला रियासी पहुंच गई है। NIA की फोरेंसिक टीम भी जमीनी स्तर से साक्ष्य जुटाने में मदद करने की कोशिश कर रही है। उधर, रियासी में पुलिस, SOG, CRPF, सेना के जवानों द्वारा तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। वन क्षेत्र में तलाशी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है।

 
 
 

वहीं हमले के बाद से जम्मू कश्मीर पुलिस और सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान तेज कर दिया है। रिपोर्ट है कि आतंकी जंगलों में छिपे हो सकते हैं। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने भी इस हादसे पर शोक जताते हुए आतंकियों को अंजाम भुगतने की बात कही है। साथ ही प्रशासन को आदेश दिया है कि आतंकियों के साथ सख्ती से निपटा जाए। जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि रियासी आतंकी हमले में मारे गए तीर्थयात्रियों के परिजनों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। घायल तीर्थयात्रियों का जम्मू और रियासी के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

 
 
 
 
 

सुरक्षा एजेंसियों की मानें तो हमला स्थल आतंकियों का पुराना रूट रहा है। आतंकी घात लगाकर हमला करने के बाद जंगल में भाग निकले। उन्होंने कहीं छिपे होने की संभावना जताई जा रही है। जिस जगह पर हमला हुआ है, उसे कंडा कहा जाता है। यह इलाका आतंकियों की मूवमेंट का रूट है। राजौरी जिले के नौशहरा से होते हुए आतंकी पीर पंजाल की पहाड़ियों को पार कर कश्मीर के शोपियां जाते हैं।