आतंकवाद के समूल नाश के लिए गृहमंत्री शाह का 'जीरो टेरर प्लान' ; अब आतंकी मददगारों पर भी होगी सख्त कार्रवाई

    17-जून-2024
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High level security meeting on jammu kashmir amit shah
 
गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार, 16 जून को दिल्ली में जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, NSA अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, जम्मू कश्मीर पुलिस महानिदेशक आरार स्वेन समेत अन्य कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। बैठक के दौरान गृहमंत्री शाह ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जम्मू संभाग में पनप रहे आतंकवाद को कुचलें और आतंकियों की मदद करने वालों पर भी सख्ती बरतें। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सभी तीर्थ स्थलों और पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक कड़ी की जाए।
 
 
गृहमंत्री शाह ने बताया कि 21 जून को होने वाले योग दिवस कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री मोदी 20 जून को श्रीनगर पहुंचेंगे। इसे लेकर भी सुरक्षा व्यवस्था सख्त करने के निर्देश दिए गए हैं। योग दिवस के बाद 29 जून से बाबा श्री अमरनाथ की वार्षिक यात्रा भी शुरू हो रही है। इसे देखते हुए गृहमंत्री शाह ने अधिकारियों से यात्रा रूट और नेशनल हाईवे पर अतिरिक्त बलों की तैनाती करने का आदेश दिया है।
 
 
 
 
 
गृहमंत्री अमित शाह ने सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिया कि वे कश्मीर घाटी में अपनाए गए एरिया डोमिनेशन प्लान और जीरो टेरर प्लान की सफलता को जम्मू संभाग में भी दोहराएं। हाल ही में घटित आतंकी घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए गृहमंत्री शाह ने कहा कि जम्मू संभाग से आतंकवाद को पूरी तरह नष्ट करने के लिए जो भी एक्शन लेना हो, लिया जाए। सरकार की तरफ से सुरक्षाबलों को पूरी छूट है।
 
 
मीटिंग के दौरान गृहमंत्री शाह का पूरा फोकस अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा पर रहा। पिछले साल 4.28 लाख से ज्यादा तीर्थयात्री अमरनाथ यात्रा पर आए थे। इस बार यह आंकड़ा 5 लाख तक जा सकता है। लेकिन जिस तरह से पाकिस्तान परस्त आतंकवादी जम्मू संभाग में अपनी जमीन तलाशने में जुटे हैं और रियासी में पर्यटकों को निशाना बना रहे हैं, यह बेहद चिंताजनक स्थिति है। पर्यटकों को निशाना बनाकर आतंकी साफ तौर पर जम्मू-कश्मीर में बढ़ते पर्यटन को कम करने की साजिश रच रहे हैं।
 
 
लिहाजा, पर्यटकों को किसी भी तरह की असुविधा न हो, इसका पूरा ख्याल रखने के लिए सुरक्षाबलों को निर्देश दिए गए हैं। अमरनाथ यात्रा के लिए देश भर से आने वाले तीर्थयात्रियों को इस बार स्पेशल कार्ड दिए जा सकते हैं, ताकि उनकी असली लोकेशन का पता लगाया जा सके। इसके अलावा, सभी को 5 लाख रुपए का बीमा कवर दिया जा सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार तीर्थ यात्रियों को ले जाने वाले प्रत्येक जानवर के लिए भी 50 हजार का बीमा कवर कराने की बात कह रही है। गृहमंत्री शाह ने एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन से बेस कैंप तक सभी तीर्थयात्रियों की सुरक्षा पर विशेष जोर दिया।
 
 
इस वर्ष श्री बाबा अमरनाथ की यात्रा 29 जून से शुरू हो रही है, जोकि 52 दिनों तक जारी रहेगी। यात्रा से पहले केंद्र ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बढ़ाने के लिए केंद्रीय सुरक्षाबलों की 500 कंपनियों को घाटी में तैनात करने का फैसला लिया है। सूत्रों के मुताबिक, CRPF, BSF, ITBP और CISF समेत केंद्रीय सशस्त्र सुरक्षा बल की 500 कंपनियों को अमरनाथ यात्रा के रूट पर तैनात किया जाएगा।