“इमरान खान की सेहत का सच छिपाया जा रहा है” - अफ़रीदी
हिंसक झड़प के बाद CM अफरीदी ने कहा कि सरकार इमरान खान की वास्तविक स्थिति जनता से छुपा रही है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इमरान की सुरक्षा पर किसी तरह का खतरा आया तो वे “जनता के साथ बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन” करेंगे। अफरीदी ने यह भी आरोप लगाया कि इमरान खान तक पहुँच रोकना और उनकी सेहत की जानकारी छुपाना सेना और सरकार की मिलीभगत का हिस्सा है। उन्होंने साफ कहा कि पाकिस्तान की बिगड़ती स्थिति के लिए सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर जिम्मेदार हैं।
इमरान ख़ान के बेटे का सनसनी खेज खुलासा
इमरान खान के बेटे कासिम खान ने सोशल मीडिया पर इस मामले में लिखते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। कासिम के मुताबिक इमरान को पिछले 6 हफ्तों से एकांत ‘डेथ सेल’ में रखा गया है। इस बीच न किसी परिवार सदस्य को मिलने दिया जा रहा है, न किसी कॉल या मैसेज की अनुमति है। क़ासिम ने कहा कि मेरी बुआओं यानि इमरान की बहनों को भी लगातार जेल के बाहर से वापस भेज दिया जा रहा है। कासिम ने कहा, 'हमें ये तक नहीं बताया जा रहा कि वे सुरक्षित हैं या नहीं। यह सब जानबूझकर किया जा रहा है।'
जेल प्रशासन ने साधी चुप्पी
इमरान ख़ान की हालत को लेकर जेल प्रशासन पूरी तरह मौन है। इधर इमरान की मौत को लेकर मीडिया में उड़ती ख़बरों के बाद परिवार और इमरान समर्थकों में भय का माहौल है। इमरान खान की बहन नोरेन नियाज़ी ने बताया कि पार्टी नेताओं और परिवार की मुलाकात पहले से तय थी, लेकिन जेल प्रशासन ने किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर फैली इमरान की मौत की अफवाहों ने परिवार की चिंताएँ और बढ़ा दी हैं। नोरेन ने आरोप लगाया कि पुलिस को आदेश दिया गया है कि परिवार को रोकें और उनके साथ कठोर व्यवहार करें।
इमरान खान की मौत की अफवाहों से देश में बेचैनी
पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर इमरान खान की हालत को लेकर कई तरह की खबरें फैल रही हैं। इमरान अगस्त 2023 से अडियाला जेल में बंद हैं। उनकी बहनें तीन हफ्तों से लगातार मुलाकात की कोशिश कर रही हैं, लेकिन अनुमति नहीं मिल रही, जिसके चलते अफवाहें तेज हुईं। मंगलवार को मुलाकात के दिन बड़ी संख्या में PTI कार्यकर्ता जेल के बाहर पहुंचे, लेकिन प्रशासन ने सभी को रोक दिया।
इसके बाद सोशल मीडिया पर “इमरान खान कहाँ हैं?” ट्रेंड करने लगा। जेल प्रशासन ने दावा किया है कि इमरान “बिल्कुल ठीक” हैं, लेकिन किसी को भी मिलने नहीं दिया गया। लिहाजा इन घटनाक्रम के बाद अफ़ग़ान मीडिया ने यह दावा किया कि इमरान को जेल में ही मार दिया गया है।
PTI की सेना को चेतावनी
PTI ने कहा है कि विदेशी अकाउंट्स से इमरान खान की मौत जैसी झूठी खबरें फैलाई जा रही हैं, जो “राष्ट्रीय सुरक्षा और मानवाधिकारों का उल्लंघन” है। सेना को चेतावनी देते हुए पार्टी ने कहा 'इमरान खान की सुरक्षा और स्वास्थ्य की पूरी जिम्मेदारी सरकार पर है। यदि कोई अनहोनी हुई तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। PTI ने अफवाह फैलाने वालों की जांच की मांग भी की है।
हाई-कोर्ट के आदेश की हो रही अवहेलना
मार्च 2025 में इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने इमरान खान को परिवार और वकीलों से नियमित मुलाकात की अनुमति दी थी। अक्टूबर में इस आदेश को पुनः दोहराया गया। इसके बावजूद, जेल प्रशासन ने अब तक एक भी मुलाकात नहीं कराई। यानि मुनीर के आदेश पर जेल प्रशासन ने कोर्ट की धज्जियां उड़ाई हैं।
अल-कादिर ट्रस्ट: 50 अरब का स्कैम
इमरान खान पर 100 से अधिक केस दर्ज हैं और भ्रष्टाचार मामलों में उन्हें 14 साल की सजा सुनाई जा चुकी है। अल-कादिर ट्रस्ट केस को पाकिस्तान के इतिहास के सबसे बड़े स्कैम में से एक बताया गया है। इसमें इमरान, बुशरा बीबी, लैंड माफिया मलिक रियाज़ और फराह गोगी समेत कई नाम शामिल हैं। सरकार का आरोप है कि:
मलिक रियाज़ की जमीन और बरामद 40 अरब रुपए को कैबिनेट से छुपाकर अल-कादिर ट्रस्ट के नाम पर इस्तेमाल किया गया। ट्रस्ट में इमरान, इमरान की पत्नी बुशरा और फराह गोगी—ऑल बोर्ड मेंबर थे। रियाज़ को बदले में कई केसों में राहत मिली। इस मामले में इमरान और बुशरा पर 1955 करोड़ रुपए की रिश्वत लेने का आरोप दर्ज किया गया है।
फिलहाल इमरान ख़ान कहाँ हैं, कैसे हैं ?, किस हालात में हैं इस बात की की कोई जानकारी नहीं है। पाकिस्तानी हुकूमत और सेना सिर्फ़ इस मुद्दे को दबाने का प्रयास कर रही है।