भारत के उत्तर में बसा कश्मीर केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक समृद्धि के लिए ही नहीं, बल्कि प्राचीन सभ्यताओं के रहस्यमय प्रमाणों के लिए भी जाना जाता है। इन्हीं में से एक है —बुर्ज़होम (Burzahom) नवपाषाण स्थल, जिसे कश्मीर की सबसे पुरानी ज्ञात मानव बस्ती माना जाता है।
बुर्ज़होम कहां स्थित है?
बुर्ज़होम श्रीनगर से लगभग 16 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में Dal Lake के पास स्थित है। यह स्थल 1950 के दशक में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा खोजा गया था और इसके बाद यहां विस्तृत खुदाई की गई, जिससे कई ऐतिहासिक रहस्य सामने आए।
इतिहास की परतें: चार कालखंड
बुर्ज़होम की खुदाई से वैज्ञानिकों और इतिहासकारों को चार प्रमुख कालखंडों की जानकारी मिली:
1. प्रारंभिक नवपाषाण काल (3000 ईसा पूर्व – 2000 ईसा पूर्व)
इस दौर में लोग गड्ढों में घर बनाकर रहते थे। यह गड्ढे ज़मीन के भीतर होते थे ताकि ठंड से बचा जा सके।
2. उत्तर नवपाषाण काल (2000 ईसा पूर्व – 1500 ईसा पूर्व)
इस काल में लोगों ने गड्ढों के ऊपर झोपड़ियाँ बनाना शुरू किया और पत्थर के औज़ारों का उन्नत प्रयोग हुआ।
3. कांस्य युग (1500 ईसा पूर्व – 1000 ईसा पूर्व)
इस काल में तांबे और कांसे के औज़ारों का उपयोग शुरू हुआ। कृषि, पशुपालन और मछली पकड़ना इनकी जीविका का प्रमुख साधन था।
4. लौह युग (1000 ईसा पूर्व – 300 ईसा पूर्व)
लौह धातु का उपयोग, मिट्टी के उन्नत बर्तन, और समाजिक जीवन के बदलाव इस काल के प्रमुख संकेत हैं।
क्या मिला खुदाई में?
बुर्ज़होम से मिली वस्तुएं न केवल प्राचीन जीवनशैली का आईना हैं, बल्कि ये **कश्मीर की ऐतिहासिक गहराई** को भी दर्शाती हैं:
* पोलिश किए हुए पत्थर के औज़ार
* हड्डियों से बने तीर, बरछे और सुईयाँ
* काले और भूरे रंग के मिट्टी के बर्तन
* कुत्तों और मानव कंकालों के साथ दफन शव, जो यह दर्शाता है कि उस काल के लोग अपने पालतू जानवरों को विशेष महत्व देते थे।
बुर्ज़होम की खास बातें
* यह भारत का एकमात्र नवपाषाण स्थल है जहाँ भूमिगत घरों के प्रमाण मिले हैं।
* यहाँ के लोगों ने ज्योतिष और खगोलशास्त्र की भी समझ विकसित कर ली थी। कुछ खुदाईयों में आकाशीय घटनाओं से जुड़े प्रतीक मिले हैं।
* बुर्ज़होम से मिले कुछ चट्टानों पर खुदे चित्र यह भी दिखाते हैं कि ये लोग शिकार, कृषि और धार्मिक गतिविधियों में सक्रिय थे।
क्यों है बुर्ज़होम भारत के लिए महत्वपूर्ण?
बुर्ज़होम न सिर्फ कश्मीर की बल्कि भारत की सबसे प्राचीन मानव बस्तियों में से एक है। यह स्थल यह सिद्ध करता है कि हजारों साल पहले भी इस क्षेत्र में सभ्य, तकनीकी रूप से सक्षम और सामाजिक रूप से संगठित समाज मौजूद था। यूनिवर्सल हेरिटेज के दृष्टिकोण से बुरज़होम की महत्ता इतनी अधिक है कि इसे UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज साइट की संभावित सूची में भी शामिल किया गया है।
बुर्ज़होम केवल एक पुरातात्विक स्थल नहीं, बल्कि मानव सभ्यता के आरंभिक स्वरूप का जीवंत दस्तावेज है। यह स्थल आज भी इतिहास, पुरातत्व और संस्कृति के विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। कश्मीर की वादियों में बसी यह प्राचीन बस्ती, हमें हमारी जड़ों से जोड़ती है और बताती है कि सभ्यता की कहानी हजारों साल पुरानी है... और बेहद रोमांचक भी।