जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में 28 पर्यटकों की नृशंस हत्या की गई और भारत की संप्रभुता को सीधी चुनौती दी गई। इस घृणित हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। देशवासियों में गुस्सा है, सरकार पूरी तरह अलर्ट पर है, और अब एक बड़ा कदम उठाया गया है।
7 मई को देश के 244 जिलों में मॉक ड्रिल
भारत सरकार ने 7 मई 2025 को देशभर के 244 प्रमुख जिलों में एक साथ मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्णय लिया है। यह अभूतपूर्व कदम 1971 के युद्ध के बाद पहली बार लिया जा रहा है। इसका उद्देश्य है – किसी भी प्रकार के युद्ध, आतंकी हमले या आपदा की स्थिति में जनता की तैयारियों और सुरक्षा उपायों का मूल्यांकन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के बीच हुई गहन बैठकों के बाद यह निर्णय लिया गया है।
कैसी होगी यह मॉक ड्रिल?
इस ड्रिल के दौरान ब्लैकआउट (Blackout) की स्थिति पैदा की जाएगी – यानि सभी घरों, दफ्तरों और सार्वजनिक स्थानों की बत्तियाँ बंद कर दी जाएंगी।
🔸 तेज सायरन बजाए जाएंगे।
🔸 लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की ट्रेनिंग दी जाएगी।
🔸 हवाई हमले की चेतावनी देने वाले अलार्म चलेंगे।
🔸 नागरिकों को बचाव के उपाय सिखाए जाएंगे – जैसे बेसमेंट या सुरक्षित जोन में जाना, समूह में चलना, घबराना नहीं आदि।
यह मॉक ड्रिल असल में एक राष्ट्रीय स्तर की सुरक्षा अभ्यास है, ताकि हर नागरिक किसी भी संकट के समय सही प्रतिक्रिया दे सके।
कौन-कौन से जिले शामिल हैं?
ड्रिल में लगभग हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के प्रमुख सामरिक, औद्योगिक और जनसंख्या वाले जिलों को शामिल किया गया है।
राजस्थान के जिले
कोटा, रावतभाटा, अजमेर, अलवर, बाड़मेर, जयपुर, जोधपुर, जैसलमेर, बीकानेर, उदयपुर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर सहित 24 जिले।
उत्तर प्रदेश के जिले
लखनऊ, कानपुर, आगरा, मेरठ, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, झांसी, मथुरा, बरेली, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर सहित 19 जिले।
हरियाणा, पंजाब, गुजरात, महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड, असम, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, गोवा, कर्नाटक, केरल, मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और अंडमान-निकोबार सहित देश के हर कोने के जिले शामिल हैं।
हवाई हमले की स्थिति में घबराएं नहीं इन मुख्य बातों का रखें ध्यान
1. एयर रेड सायरन की आवाज़ पहचानें
2. मोबाइल या रेडियो पर सरकारी अलर्ट सुनें
3. सुरक्षित स्थान की पहले से खोज करें
4. निकटतम बंकर या शरणस्थल की जानकारी रखें
5. अपने घर में मजबूत, बिना खिड़की वाला कमरा तैयार रखें
6. पीने का पानी अपने पास रखें (कम से कम 3 दिन का)
7. बिस्किट, ड्राई फ्रूट्स आदि पास रखें
8. प्राथमिक चिकित्सा किट
9. टॉर्च और एक्स्ट्रा सेल
10. पोर्टेबल रेडियो
11. जरूरी दस्तावेज़ (ID, मेडिकल रिपोर्ट, बैंक डिटेल्स)
12. मोबाइल चार्जर / पावर बैंक
13. रात में सभी लाइटें बंद रखें (ब्लैकआउट)
14. खिड़कियों पर मोटे पर्दे, काले कागज़ या ब्लाइंड लगाएँ
15. शीशे से दूर रहें, ज़मीन पर लेट जाएँ
16. बच्चों को सुरक्षित स्थान और प्रक्रिया सिखाएँ
17. बाहर तभी निकलें जब सरकारी निर्देश मिले
18. घायल हों तो प्राथमिक उपचार करें
19. संदिग्ध वस्तु या बम दिखे तो छुए नहीं — पुलिस को सूचित करें
यह सिर्फ अभ्यास नहीं, यह चेतावनी है...
पहलगाम में हुए हमले के बाद भारत सरकार ने साफ शब्दों में कहा है कि “हम इस हमले का बदला लेंगे।”देश के जनमानस में भी यही भावना है – अब चुप बैठने का समय नहीं। इस मॉक ड्रिल को राष्ट्रीय चेतना और तैयारी का प्रतीक माना जा रहा है। यह मॉक ड्रिल न केवल भारत की आंतरिक सुरक्षा क्षमता का परीक्षण है, बल्कि एक स्पष्ट संदेश भी है – भारत अब हर हमले के लिए तैयार है, और हर दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देगा।