यूएन सिक्योरिटी काउंसिल द्वारा मसूद अजहर पर बैन लगाने के बाद भी पाकिस्तान के लिए मुसीबत अभी टली नहीं है। पाकिस्तान पर सिक्योरिटी काउंसिल की फायनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स द्वारा ब्लैक लिस्ट करने की तलवार अभी भी मंडरा रही है। नतीजा ये है कि तमाम अंदरूनी दबावों के बावजूद पाकिस्तान को आतंकी संगठनों पर कार्रवाई करनी पड़ रही है। पाकिस्तान में जमात-उद-दावा और जैश-ए-मोहम्मद पर बैन लगने के बाद हाफिज़ सईद और मसूद अजहर दूसरे कई नामों से अपने संगठन चला रहे थे। पाकिस्तान ने आज एक आदेश जारी कर इन दोनों आतंकियों के 11 संगठनों को बैन कर दिया है। पाकिस्तान सरकार ने जारी गैजेट में कहा है कि जांच में पता चला है कि प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जमात-उद-दावा और जैश ए मोहम्मद इन संगठनों के चला रहे हैं, लिहाजा एंटी-टेरररिज्म एक्ट 1997 के तहत इन संगठनों को बैन कर दिया गया है। देखिए गैजेट-
पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान मसूद अजहर के जैश-ए-मोहम्मद, हाफिज सईद के जमात-उद-दावा और फलह-ए-इंसानियत संगठन पर पहले ही बैन कर चुका है। जिसके बाद पाकिस्तान सरकार ने दोनों संगठनों के सेंकड कमान के करीब 100 लीडर्स को गिरफ्तार करने का दावा किया था। साथ ही इन संगठनों द्वारा चलाये जा रहे मदरसों समेत 200 इदारों को सरकार ने सीधे अपने कंट्रोल में लेने का भी दावा किया था।