तौहीन-ए-रिसालत (Blasphemy) के आरोप में खुद फंसे पाकिस्तान के पीएम इमरान खान, पीएमएल-एन, सुन्नी संगठनों और तालिबान ने जारी किये कार्रवाई के फतवे, कहा- वाजिब-उल-क़त्ल है ये गुनाह

JKN-HND    15-Jun-2019
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पाकिस्तान में तौहीन-ए-रिसालत कानून यानि Blasphemy Law के चलते 1 हजार से ज्यादा गैर-मुस्लिमों मासूमों की जान ली गयी। हाल ही में आसिया बीबी का केस पूरी दुनिया में छाया रहा था। जिसके रिहा होने पर पाकिस्तान में मुल्लाओं ने दंगे भी छेड़ दिये थे, किसी तरह मामला टला। लेकिन इस कानून के शिकंजे में अब पाकिस्तान के पीएम इमरान खान खुद फंस गये हैं। इमरान खान पर आरोप लगा है कि 11 जून की रात देश से खिताब करते हुए दिये गये भाषण में इमरान खान ने सहाबा-ए-रसूल यानि मोहम्मद साहब के सहयोगियों तौहीन की है। जोकि शरिया कानून के मुताबिक वाजिब-उल-कत्ल गुनाह है। पाकिस्तान के तौहीन-ए-रिसालत कानून के मुताबिक भी ये एक बड़ा गुनाह है।
 
 
 
दरअसल 11 जून की रात इमरान खान ने देश को संबोधित करते हुए एक तकरीर की थी। जिसमें इमरान खान ने पाकिस्तान के हालात ठीक करने में लग रहे वक्त का कारण बताते हुए मदीना की रियासत का उल्लेख किया था। जिसमें इमरान ने कहा कि मोहम्मद साहब ने भी मदीना की रियासत एक दिन में नहीं बनायी थी। बल्कि वहां लोगों में धीरे-धीरे तब्दीली आई थी। देखिए वीडियो-
 
 
 
 
 
 
 
इस तकरीर के बाद देशभर के सुन्नी संगठनों ने इमरान खान पर तौहीन-ए-रिसालत करने का आरोप लगाते हुए आंदोलन छेड़ दिया। इन संगठनों में अहले सुन्नत वल जमात (ASWJ) , जिसे सिपाह-ए-साहबा नामक एक सुन्नी देवबंदी संगठन भी है। जोकि पाकिस्तान में एक आतंकी संगठन के तौर पर जाना जाता है। इसके मुल्लाओं ने इमरान खान पर तौहीन-रिसालत का फतवा जारी किया है और कार्रवाई की मांग की है।
 
 
 
 
 ब्लासफेमी के केस में आसिया बीबी के खिलाफ प्रदर्शन करते अहले-सुन्नत वल जमात के कारकून  (फाइल फोटो)
 
 
 
धीरे-धीरे अब ये मामला पाकिस्तान की पार्लियामेंट जा पहुंचा। विपक्षी पार्टी पीएमएल-एन के नेता शाहबाज़ शरीफ ने नेशनल एसेंबली में इमरान खान के खिलाफ तौहीन-ए-रिसालत का आरोप लगाते हुए चर्चा की मांग की। जिसको चेयरमैन ने खारिज कर दिया। लेकिन इसके बाद प्रेस कांफ्रेंस कर पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खखान अब्बासी ने इमरान खान पर कार्रवाई और माफी मांगने की मांग की।
 
 
 
 
 
 
 
 
मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ता जा रहा है। चौतरफा महंगाई और कर्ज में डूबे पाकिस्तान को न संभाल पाने के चलते इमरान खान पहले ही घिरे हुए हैं। ऐसे में अगर पाकिस्तान मुल्ला भी इमरान खान के खिलाफ खड़े हो गये तो इमरान खान का बचना मुश्किल होगा। जाहिर है इमरान खान को भी समझ आ रहा होगा कि इस्लामिक कानून का भस्मासुर अब जिन मासूमों को निगलता आया था, वोही कानून अब उनकी खुद की जान पर भी भारी पड़ने लगा है।