जम्मू कश्मीर के मामले पर यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में लगभग जलील होने के बाद पाकिस्तान ने आईसीजे यानि इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस जाने की घोषणा की है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एक स्टेटमेंट जारी कर कहा है कि पाकिस्तानी ने तमाम कानूनी पहलुओं की पड़ताल करने के बाद आईसीजे में जाने का फैसला किया है। कानून मंत्रालय कश्मीर के मामले को लेकर आईसीजे जाने के लिए जल्द ही तमाम जानकारी मुहैया करायेगा।
16 अगस्त को पाकिस्तान के कहने पर चीन ने यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में एक क्लोज्ड-डोर-कंसलटेशन मीटिंग करवाने पर कामयाब जरूर हुआ था, लेकिन यहां भी 5 स्थायी सदस्यों में से 4 और कुल सदस्यों में से 14 ने जम्मू कश्मीर के मामले को यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में उठाने से मना कर दिया है।
लेकिन पाकिस्तान सिर्फ इसी बात से जीत का जश्न मना रहा है कि मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आया तो सही। पाकिस्तान का यहीं जहन काम कर रहा है कि अब इस मामले को इंटरनेशनल कोर्ट में ले जाया जाये। ताकि मुद्दा कुछ दिनों तक और इंटरनेशनल मीडिया में उछलता रहे और उसको दिखाकर पाकिस्तान अपने लोगों में जश्न मनाता रहे।